मुंबई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा महाराष्ट्र राज्य खनन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएसएमसी) पर कोयले की आपूर्ति के टेंडर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद जांच कमेटी गठित कर दी गई है। नागपुर की विभागीय आयुक्त प्रजाक्ता लवंगारे मामले की जांच कर एक महिने में रिपोर्ट देंगी। राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पटोले ने अपनी पार्टी के नेता व राज्य के ऊर्जामंत्री नितीन राऊत के मित्र की कंपनी के खिलाफ शिकायत की है। इसके पहले गुरुवार को पटोले ने मुख्य़मंत्री उद्धव ठाकरे व उद्योग मंत्री देसाई को पत्र लिख कर दावा किया था कि ‘रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड’ को कोयले की धुलाई और महागेन्को (महाराष्ट्र राज्य ऊर्जा उत्पादन कंपनी) को इसकी आपूर्ति के काम के लिए चुना गया है, जबकि कंपनी इसके लिए जरूरी आहर्ताएं पूरी नहीं करती। पटोले ने मांग की थी कि कंपनी को जो टेंडर दिया गया है।
उस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए क्योंकि प्रक्रिया में अनियमितताएं हैं। कांग्रेस नेता ने कहा था कि रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर्स का चयन इस वर्ष 21 मई को महाराष्ट्र राज्य खनन कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने किया था। लेकिन प्राप्त शिकायतों के अनुसार कंपनी के पास कोई नेटवर्क नहीं है, टर्नओवर नहीं है, सुरक्षा मंजूरी नहीं है और कोयले की धुलाई का कोई अनुभव नहीं है। साथ ही जिस कंपनी के साथ रुखमाई का संयुक्त उपक्रम है उसे राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) ने ब्लैकलिस्ट किया हुआ है। रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर अहर्ताएं पूरी नहीं करती इसके बावजूद उसे टेंडर दिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कंपनी समय से महागेन्को को कोयले की आपूर्ति नहीं कर पाएगी जिससे ऊर्जा उत्पादन में प्रभाव पड़ेगा।’’ पटोले ने अनियमितताओं की जांच की मांग की साथ ही टेंडर पर भी रोक लगाने की मांग की। ऊर्जा विभाग कर जिम्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितिन राउत के पास है।