तमिलनाडु सरकार ने कडलूर के SIPCOT इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स में हुई संदिग्ध गैस लीक की घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की है। राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एम आर के पन्नीरसेल्वम ने शनिवार को जानकारी दी कि समिति में डायरेक्टरेट ऑफ इंडस्ट्रियल सेफ्टी एंड हेल्थ के अधिकारी शामिल होंगे।
मंत्री पन्नीरसेल्वम ने कडलूर के सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर आश्वासन दिया कि घटना की पूरी तरह से जांच कराई जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, “चेन्नई से औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशालय, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य विभागों के अधिकारी आएंगे और घटना की विस्तृत जांच करेंगे।”
5 सितंबर की सुबह SIPCOT परिसर में स्थित एक रासायनिक उत्पादन इकाई से जहरीली गैस का रिसाव हुआ, जिससे 43 लोग प्रभावित हुए। सभी को आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ और घुटन जैसी शिकायतों के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार, गैस रिसाव फैक्ट्री के एक स्टीम वाल्व से हुआ बताया जा रहा है। हालांकि, घटना में किसी की मौत नहीं हुई और स्थिति बाद में नियंत्रित कर ली गई।
जिला पुलिस अधीक्षक एस. जयकुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। राजस्व विभाग और तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। फैक्ट्री प्रबंधन को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए।
आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि गैस रिसाव के दौरान उन्हें अचानक आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई हुई। घबराहट के माहौल में कई लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। तमिलनाडु सरकार की ओर से जांच समिति गठित किए जाने के बाद अब सवाल यह है कि क्या SIPCOT की फैक्ट्री प्रबंधन पर कड़ी जवाबदेही तय की जाएगी या नहीं।
यह भी पढ़ें:
एशिया कप हॉकी 2025: फाइनल की जंग आज, भारत बनाम चीन!
बिहार की सियासत में तेजस्वी बनाम एनडीए में घमासान!
दिल्ली में जलस्तर घटा, यमुना खतरे से ऊपर; बाढ़ से हालात गंभीर!
