विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्रफडणवीस ने सोमवार को सदन में कहा कि आखिर नागपुर में अधिवेशन कब होगा। उन्होंने कहा कि हर साल अधिवेशन के लिए नागपुर जाने वाले कर्मचारियों का भत्ता बढ़ाया जाना अच्छी बात है पर सरकार यह भी बताये की यह अधिवेशन होगा कब और नागपुर जाने वाले कर्मचारियों अधिकारियों को भत्ता मिलेगा कब।
गौरतलब है कि नागपुर करार के अनुसार हर साल महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र नागपुर में आयोजित किया जाता है पर पिछले दो सालों से ऐसा नहीं हो पा रहा है। पिछले साल कोरोना संकट के चलते और इस साल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ऑपरेशन के चलते अधिवेशन को नागपुर की बजाय मुंबई में आयोजित किया गया है। भाजपा अब बजट अधिवेशन नागपुर में आयोजित करने की मांग कर रही है। मंगलवार को मौजूद शीतकालीन सत्र के अंतिम इन बात का खुलासा होगा कि बजट सत्र कहाँ होगा।
55 साल बाद नागपुर की बजाय मुंबई में सत्र
55 साल बाद 2018 में राज्य की तत्कालिन फडणवीस सरकार ने शीतकालिन सत्र नागपुर की बजाय मुंबई में आयोजित किया था। बाद में विधानमंडल का मानसून सत्र जुलाई महिने में नागपुर में आयोजित किया गया था। हालांकि यह प्रयोग सफल नहीं रहा था। भारी बरसात से विधानभवन जलमग्न हो गया था। महाराष्ट्र विधान मंडल का शीतकालीन सत्र राज्य की उपराजधानी नागपुर में दिसंबर के महिने में होता रहा है। 1963 के बाद 2018 में पहली बार मुंबई में शीतकालीन सत्र हुआ था।
वर्ष 1963 में 9 दिसंबर से 20 दिसंबर तक मुंबई में शीतकालीन सत्र चला था। कोरोना संकट के चलते वर्ष 2020 में भी शीतकालिन सत्र नागपुर की बजाय मुंबई में आयोजित करना पड़ा था। यह सत्र केवल दो दिनों का था। अब लगातार दूसरे साल नागपुर की बजाय मुंबई में शीतकालिन सत्र आयोजित करने का फैसला लिया गया है। इस बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के स्वास्थ्य कारणों के चलते यह फैसला लेना पड़ा है।
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