कागजी है शिवसेना का हिंदुत्व

उद्धव को फडणवीस का करारा जवाब

कागजी है शिवसेना का हिंदुत्व

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पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को करारा जवाब दिया है। फडणवीस ने उद्धव के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा की शिवसेना का हिंदुत्व कागजो तक सीमित है। अयोध्या में श्री राम मंदिर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हिदुत्व का जीता जागता उदाहरण है। रविवार को शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की जयंती पर उद्धव ने कहा था कि भाजपा से गठबंधन कर शिवसेना के 25 साल खराब हो गए।

इस पर फडणवीस ने कहा बीजेपी-शिवसेना गठबंधन का फैसला आदरणीय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने लिया। इस लिए युति की आलोचना बालासाहेब का अपमान है। फडणवीस ने याद दिलाया कि मुंबई में पहला नगरसेवक शिवसेना नहीं, बीजेपी का चूना गया था। शिवसेना ने बीजेपी के चुनाव चिह्न पर लड़ा पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदुत्व की बात करने वाली शिवसेना की भूमिका धारा 370 पर आपकी संदिग्ध थी। 1993 में शिवसेना ने उत्तर प्रदेश में 180 प्रत्याशी उतारे थे, 179 उम्मीदवारों की जमानत जब्त की गई थी। 1996 में 24 में से 23 सीटें पर जमानत जब्त हुई और 2002 के चुनाव में 39 में से 39 सीटों पर शिवसेना की जमानत जब्त कर ली गई थी। क्या उस समय भी मोदी लहर थी।

चौथे नंबर पर पहुच गई है शिवसेना
फडणवीस ने कहा कि शिवसेना जब तक हमारे साथ थी, वह नंबर वन या नंबर दो पर रहती थी पर अब चौथे नंबर पर पहुच गई है। हाल में हुए पंचायत चुनावों से यह बात साबित हो चुकी है। किसके साथ गठबंधन खराब था अब दिख रहा है। उन्होंने कहा कि शिवसेना औरंगाबाद को संभाजीनगर और उस्मानाबाद को धाराशिवनहीं बना सकी और बात हिंदुत्व की करते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र के सवालों पर भी तो कभी कुछ बोलो कम से कम एक चौथे नंबर पर आने का गुस्सा बीजेपी पर क्यो निकाल रहे हो। फडणवीस ने कहा कि चोरी करने पर ईडी, सीबीआई कार्रवाई करेगी ही।

 आप भी तो हमारे एक कार्यकर्ता के लिए 25 पुलिसकर्मी भेजते हो। महाराष्ट्र में जितना सत्ता और धन का दुरूपयोग हुआ है, उससे मैं महाराष्ट्र की राजनीति के स्तर को लेकर चिंतित हूं। शिवसेना ने अब दिल्ली चलने की बात कही है इस पर फडणवीस ने कहा कि हमने तो 2014 में ही दिल्ली पर फगवा लहरा दिया है।

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