फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्लूआइसीई) के प्रेसिडेंट बी .एन. तिवारी, जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेजरार गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव संजू ने मीरा भायंदर तथा वसई विरार के नए पुलिस आयुक्त और उपायुक्त को एक पत्र लिखा है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि वसई,विरार नायगांव और मीरा भायंदर में शूटिंग के दौरान कुछ लोग टेक्नीशियनों और प्रॉडक्शन टीम परेशान करते हैं।
बढ़िया खाना भी नहीं देते: ये लोग दबंगई दिखाते हुए कहते हैं कि पूरी यूनिट का खाना और शूटिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाली क्रेन तथा अन्य उपकरण सहित गाड़ी भी आदि हम सप्लाई करेंगे। अगर हमारी बात नहीं मानी गई तो शूटिंग नहीं होने देंगे। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने कहा कि ये लोग बढ़िया खाना भी नहीं देते है, जिसके कारण ज्यादातर यूनिट के लोग अपने घर से खाना लेकर आते हैं। इनकी मनमानी से अब प्रोड्यूसर वसई विरार और मीरा भायंदर की जगह दूसरे लोकेशन पर शूटिंग करने लगे हैं।
दर्ज हो चुकी कई एफआईआर: एफडब्लूआइसीई के पदाधिकारियों ने पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि इन लोगों के खिलाफ पहले भी कई एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। ये लोग काम के दौरान हमारे लोगों को डराते-धमकाते रहते हैं। हमारे लोग काम करते समय एक मुक्त वातावरण चाहते हैं और वे अपनी पसंद के श्रमिकों, तकनीशियनों और कलाकारों के साथ स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं।
अपराधी छवि वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें: फेडरेशन के पत्र में कहा गया है कि इतना ही नहीं, इस क्षेत्र में शूटिंग लोकेशन पर काम करने वाले हमारे सदस्यों के साथ देर रात पैकअप के बाद घर जाते समय इन लोगों द्वारा दुर्व्यवहार और मारपीट किया जाता है। एफडब्लूआइसीई के पदाधिकारियों ने पुलिस आयुक्त और उपायुक्त को लिखे पत्र में इन अपराधी छवि वाले लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें। और उन्हें स्टूडियो और अन्य शूटिंग स्थानों पर प्रवेश करने रोकें। ताकि शूटिंग भयमुक्त वातावरण में हो सके।
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