गूगल मैप पर भरोसा करना एक महिला को उस समय भारी पड़ गया, जब उसकी कार गलत रास्ते पर चलते हुए सीधा खाड़ी में जा गिरी। यह चौंकाने वाली घटना शुक्रवार देर रात करीब 1 बजे नवी मुंबई के बेलापुर क्षेत्र में हुई। महिला बेलापुर से उलवे जा रही थी और नेविगेशन के लिए गूगल मैप्स का सहारा ले रही थी।
मिली जानकारी के अनुसार, महिला को पुल के रास्ते जाना था, लेकिन गूगल मैप ने उसे खाड़ी के किनारे स्थित एक अधूरा और खतरनाक रास्ता दिखा दिया। जैसे ही उसने कार को बताए गए रास्ते पर मोड़ा, वाहन सीधे खाड़ी में जा गिरा। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जान का नुकसान नहीं हुआ। घटना स्थल के पास मौजूद मरीन सिक्योरिटी फोर्स के जवानों ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए पानी में कूदकर महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद क्रेन की मदद से कार को भी बाहर खींचा गया। बचाव दल और गश्ती टीम की तत्परता के चलते महिला को समय रहते बचा लिया गया और वह सकुशल घर पहुंच गई।
यह पहला मौका नहीं है जब गूगल मैप के गलत दिशा-निर्देशों के चलते ऐसी घटना घटी हो। 9 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां गूगल मैप ने एक कार को अधूरे फ्लाईओवर की ओर मोड़ दिया। कार फ्लाईओवर के किनारे लटक गई थी, हालांकि उसमें सवार सभी यात्री सुरक्षित बचा लिए गए।
इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि क्या नेविगेशन ऐप्स पर पूरी तरह निर्भर होना सुरक्षित है? विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीक हमारी सुविधा के लिए है, लेकिन अंधा भरोसा खतरनाक हो सकता है। विशेष रूप से रात के समय या अनजाने इलाकों में सफर करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।
प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसे संवेदनशील और अधूरे रास्तों की जानकारी गूगल जैसे प्लेटफॉर्म्स को समय पर दी जाए, ताकि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। वहीं, गूगल को भी अपनी मैपिंग और दिशा-निर्देशन प्रणाली को अधिक अद्यतन और सुरक्षित बनाने की जरूरत है।
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