महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि स्वर्गीय आरएन सिंह का व्यक्तित्व एक आदर्श है। वे अपने कार्यों के जरिए उत्तर भारतीय समाज के लिए एक अमिट छाप छोड़ गए हैं। राज्यपाल शनिवार को बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ भवन परिसर में आयोजित भाजपा विधायक और उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष स्वर्गीय आरएन सिंह और अवध नारायण सिंह की स्मृति सभा में बोल रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि स्वर्गीय आरएन सिंह की उदारता, सहजता, कर्मशीलता और कर्मठता पर काफी विचार रखे गए, सच कहा जाए तो आरएन सिंह जैसे व्यक्ति की मौत नहीं होती, भले ही उनका भौतिक शरीर चला गया, लेकिन उनके काम हमेशा याद रखे जाएंगे। उन्होंने जिन-जिन का भला किया, वे सदैव उन्हें याद रखेंगे। आरएन सिंह ने समाज के लिए जितने समर्पण से काम किया, ऐसे में उनका व्यक्तित्व एक आदर्श है।
राज्यपाल ने कहा कि वे उत्तराखंड के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं, ऐसे में यहां उनसे बहुत सारे उत्तर भारतीय मिलने आते रहते हैं। यह बात बहुत अच्छी लगती है। मैं सभी से यहीं बात कहता हूं कि महाराष्ट्र तुम्हारे लिए दूध है और तुम इसके लिए शक्कर हो। दूध में इस तरह घुल जाओ कि लोग शक्कर का स्वाद याद रखें। आरएन सिंह ने यहां की माटी से एकात्मकता कायम करते हुए अपनी सुगंध उत्तर प्रदेश तक फैलाई। उनके निधन से परिवारजन दुखी होंगे, लेकिन उनका जाना एक प्रेरणा का काम होना चाहिए। मुझे लगता है कि इतने दूर से आकर अपने को स्थापित करना, फिर समाज की भलाई के लिए कार्य करना उन्होंने एक मिसाल पेश की है। आरएन सिंह ने अपने कार्यों से एक अमिट छाप छोड़ी है।
आज दुखद संयोग है कि उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है। नाईक ने कहा कि आज के दौर में भी आरएन सिंह 26 साल तक उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष रहे। 70 के दशक में मुंबई आकर उन्होंने कड़ी मेहनत से अपना स्थान बनाया। युवाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान किए। इसी वजह से उन्हें भाजपा ने सम्मान के रूप में विधान परिषद की सदस्यता प्रदान की। तीन साल बाद उत्तर भारतीय संघ का अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। यह महोत्सव ऐसा मनाया जाए कि आरएन सिंह और उत्तर भारतीय समाज के बीच एक सेतु बन जाए।
स्वर्गीय आरएन सिंह के बेटे और नवनियुक्त उत्तर भारतीय संघ अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह ने कहा कि स्मृति सभा में राज्यपाल महोदय सहित सभी गणमान्य लोगों का आशीर्वाद मिला है, उसके लिए वे दिल से आभारी हैं। साथ ही स्मृति सभा में आए सभी लोगों का नमन करते हुए संतोष आरएन सिंह ने कहा कि जिस तरह से समाज ने भारी संख्या में यहां आकर मेरे पिताजी के प्रति श्रद्धा जताई उसके लिए मैं और मेरा पूरा परिवार सदैव ऋणी रहेगा।
श्रद्धांजलि सभा को विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर, सांसद मनोज कोटक, पूर्व मंत्री नसीम खान, भाजपा उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर एमएन सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अपने मधुर स्वर में भजन पेश किए। कार्यक्रम का संचालन आनंद सिंह ने किया।
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