उत्तर प्रदेश में बुधवार को आकाशीय बिजली गिरने की भयावह घटनाओं में कम से कम 38 लोगों की जान चली गई। यह दर्दनाक हादसे राज्य के कई जिलों में सामने आए हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग खेतों में काम करते वक्त या खुले में रहने के कारण इसकी चपेट में आ गए। कई अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
सबसे ज्यादा 11 मौतें प्रतापगढ़ जिले से सामने आई हैं। इसके अलावा सुल्तानपुर में 7, चंदौली में 6, मैनपुरी में 5, प्रयागराज में 4 मौतें हुई हैं। औरेया, देवरिया, हाथरस, वाराणसी और सिद्धार्थनगर से एक-एक मौत की पुष्टि हुई है। पूर्वी यूपी के चंदौली जिले में अधिकांश लोग खेत में काम करने या मछली पकड़ने के दौरान बिजली की चपेट में आ गए। सुल्तानपुर में मरने वालों में तीन बच्चे शामिल हैं। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, बारिश के दौरान एक महिला पेड़ के नीचे शरण ले रही थी, उसी दौरान बिजली गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बिजली गिरने से कैसे बचें: जानें जरूरी सावधानियां
बिजली गिरने से होने वाली मौतें रोकी जा सकती हैं, यदि समय पर जरूरी सावधानी बरती जाए। नीचे कुछ अहम टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें आंधी-तूफान के दौरान ज़रूर अपनाएं:
- तुरंत घर के अंदर जाएं: जैसे ही गरज-चमक शुरू हो, खुले में बिल्कुल न रहें। यदि कोई पक्की इमारत पास में है तो वहीं शरण लें।
- धातु से बने वाहनों का उपयोग करें: यदि पास में इमारत न हो, तो कार, वैन या बस जैसे बंद धातु के वाहन में शरण लें।
- आंधी-तूफान के दौरान बाहर सुरक्षित नहीं होता: जब तक आखिरी बार गरज सुनाई देने के 30 मिनट बाद तक, सुरक्षित स्थान में ही रहें।
- इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूरी बनाएं: कंप्यूटर, टेलीविजन, कॉर्डेड फोन जैसे डिवाइस न छुएं।
- पानी और पाइपलाइन से दूरी रखें: नल, सिंक और बाथटब से दूर रहें, क्योंकि पाइपलाइन बिजली प्रवाहित कर सकती है।
- खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें: बरामदे, खिड़कियों और खुले स्थानों में खड़े न हों।
- जलस्रोतों से बाहर निकलें: तालाब, नदी या अन्य जलस्रोतों से तुरंत दूर हो जाएं।
- अकेले पेड़ के नीचे खड़े न हों: यह जानलेवा हो सकता है।
- बिजली प्रवाहित करने वाली वस्तुओं से दूर रहें: तार, फेंस, बिजली के खंभे, टावर आदि से दूर रहें।
- गिरे हुए तार या पेड़ दिखें तो तुरंत सूचना दें: ऐसे स्थानों से दूरी बनाएं और प्रशासन को जानकारी दें।
सरकार की अपील और राहत कार्य
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों को राहत कार्यों को तेजी से पूरा करने और घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही प्रभावित जिलों में मौसम को देखते हुए अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
सावधानी ही है सुरक्षा
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी आंधी और बारिश की आशंका जताई है। ऐसे में सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे मौसम की चेतावनियों पर ध्यान दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्राकृतिक आपदाएं रोकी नहीं जा सकतीं, लेकिन थोड़ी सी सावधानी जान बचा सकती है।
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