जिला न्यायपालिका के राष्ट्रिय सम्मलेन के उद्घाटन सत्र में चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया श्री. डी. वाय चंद्रचूड़ समक्ष भाषण करते हुए पंतप्रधान नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के खिलाफ होते अत्याचारों पर जल्द फैसले की बात की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे वक्त में बड़ा बयान दिया है जब कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर देशभर में गुस्सा जताया जा रहा है। उन्होंने कहा है महिलाओं के खिलाफ हिंसा और बच्चों की सुरक्षा समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
दरसल प्रधानमंत्री मोदी सुप्रीम कोर्ट के 75 साल पूरे होने के मौके पर दिल्ली में राष्ट्रिय संमेलन के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर एक डाक टिकट सिक्के का भी अनावरण किया गया। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज महिलाओं के खिलाफ हिंसा, बच्चों की सुरक्षा… समाज की गंभीर चिंता है। देश में सुरक्षा के लिए कई सख्त कानून बनाए गए हैं। लेकिन हमें इसे और अधिक सक्रिय बनाने की जरूरत है।’ पीएम मोदी ने कहा, “महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में जितनी तेजी से फैसले लिए जाएंगे, आधी आबादी उतनी ही आश्वस्त होगी।”
सुप्रीम कोर्ट की वर्षों की परंपरा का सम्मान करते हुए उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के 75 साल, सिर्फ एक संस्था की यात्रा नहीं है। यह भारत के संविधान और संवैधानिक मूल्यों की यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भारत की लोकतंत्र के रूप में और अधिक परिपक्व होने की यात्रा है।”
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