मुंबई। भाजपा द्वारा आयोजित जन आशीर्वाद यात्रा ने राजनीतिक माहौल खासा गर्म कर दिया है। मुंबई में इस यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर ही शिवसेना और बीजेपी एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं. मुंबई पुलिस ने भाजपा को कोरोनारोधी नियमों का हवाला देते हुए नोटिस जारी किया है, जिसे लेकर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायकअतुल भातखलकर ने आक्रामक होकर शिवसेना को करारा तमाचा जड़ते हुए कहा है कि ठाकरे सरकार पुलिस तंत्र का दुरुपयोग कर आम जनता और राजनीतिक दलों पर जबरन दबाव ला लोकतंत्र का गला घोंट रही है।
कोविड नियम को लाठी बनाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के कुछ दिन पूर्व हुए विस्तार में महाराष्ट्र से शामिल 4 नए चेहरों को भाजपा ने लोकतांत्रिक तरीके से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कर स्थानीय लोगों का आशीर्वाद लेने की मुहिम शुरू की है। इसी के तहत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मौजूदा केंद्रीय सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगमंत्री नारायण राणे की मुंबई में जन आशीर्वाद यात्रा आयोजित की गई थी। लेकिन इस यात्रा शुरू होने से पहले ही मुंबई पुलिस ने कोविड प्रिवेंशन रेगुलेशन की लाठी बना भारतीय जनता पार्टी को नोटिस जारी कर दिया। इतना ही नहीं, शिवसेना ने द्वेषपूर्ण राजनीति खेलते हुए अपनी सत्ता वाली मुंबई मनपा के जरिए शिवाजी पार्क क्षेत्र से नारायण राणे के बैनर भी हटा दिए।
अपने वजूद को लेकर दुविधा में है शिवसेना
विधायक अतुल भातखलकर ने इसे लेकर ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार पुलिस के जरिए लोगों और राजनीतिक दलों से रंगदारी वसूलने की साजिश रच रही है, क्योंकि ठाकरे सरकार अपनी नित-नई करतूतों से तेजी से जनाधार खोती जा रही है और अब अपने राजनीतिक वजूद को लेकर दुविधा में दिख रही है।