और पूरे हो गए किसान रेल के 900 फेरे 

मध्य रेल द्वारा किसान रेल से पूरे भारत में 3.10 लाख टन फलों और सब्जियों का हुआ परिवहन

और पूरे हो गए किसान रेल के 900 फेरे 

नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2022 को मध्य रेल ने सावदा से आदर्श नगर दिल्ली तक किसान रेल चला कर  900 फेरे पूरे किये जिससे किसानों के जीवन समृद्धि व खुशहाली लाने वाली यह किसान रेल सबसे सफल और  बड़ी गेम चेंजिंग पहल साबित हो रही है। कृषि उपज के लिए बड़े और नए बाजारों तक पहुंच सुनिश्चित करना, त्वरित परिवहन, शून्य अपव्यय, 50% सब्सिडी के साथ, किसान रेल महाराष्ट्र के किसानों के लिए समृद्धि, खुशी और आशा लाती है।  पहली किसान रेल की शुरुआत के बाद से, मध्य रेल द्वारा किसान रेल की 900 सेवाओं में 3,10,400 टन नाशवान वस्तुओं का परिवहन किया गया है।

मध्य रेल को 7 अगस्त 2020 को पहली किसान रेल और 28 दिसंबर 2020 को किसान रेल की 100वीं सेवा चलाने का गौरव प्राप्त हुआ था, जिसे  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वेब लिंक के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। किसान रेल की 500वीं सेवा 12 अगस्त 2021 को चली थी। अब किसान रेल की 900वीं  सेवा 1 जनवरी 2022 को सावदा से आदर्श नगर, दिल्ली के लिए रवाना हुई।

अनार, अंगूर, नींबू, शिमला मिर्च….
अनार, अंगूर, नींबू, शिमला मिर्च, कस्तूरी तरबूज, अमरूद, सीताफल, सोलापुर क्षेत्र से बेर (भारतीय बेर), लातूर और उस्मानाबाद क्षेत्र से फूल, नासिक क्षेत्र से प्याज, भुसावल और जलगांव क्षेत्र से केला, नागपुर क्षेत्र से संतरे और अन्य वस्तुएं किसान रेल के माध्यम से दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल जैसे दूर-दराज के बाजारों में फल और सब्जियां जल्दी और ताजा पहुंचती हैं, जिससे किसानों के जीवन में समृद्धि होती है, बड़े बाजारों के साथ अच्छा राजस्व मिलता है, उनकी उपज की अच्छी कीमत, त्वरित परिवहन, न्यूनतम बर्बादी होती है।  किसान रेल ग्रामीण महाराष्ट्र के लोगों के लिए विकास और समृद्धि का इंजन बन गया है।

केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ऑपरेशन ग्रीन – TOP to TOTAL के सरकार के विजन के एक हिस्से के रूप में किसानों को 50% की सब्सिडी भी दी है।  इसके परिणामस्वरूप रेलवे अपने परिवहन के लिए किसानों की पहली पसंद बन गया। मध्य रेल के महाप्रबंधक  अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि किसान रेल की 900 सेवाएं किसानों को त्वरित और सुरक्षित परिवहन और नए बड़े बाजारों तक पहुंच के साथ इसके अत्यधिक लाभ को स्पष्ट करती हैं। फिलहाल मध्य रेल में 6 किसान रेल चलाता है। देवलाली-मुजफ्फरपुर, सांगोला-मुजफ्फरपुर, सांगोला-आदर्श नगर दिल्ली, सांगोला-शालीमार, रावेर-आदर्श नगर दिल्ली और सावदा-आदर्श नगर दिल्ली।

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