मुंबई। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में महाराष्ट्र सरकार ने जांच कमीशन बिठाया है। इस मामले में जांच कमीशन नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार का बयान दर्ज करेगा। कमीशन के वकील आशीष सतपुटे ने कहा कि एनसीपी चीफ का बयान दो अगस्त से दर्ज कराया जाएगा।
गौरतलब है कि 1818 की लड़ाई के द्विशताब्दी समारोह के मौके पर पुणे में स्थित कोरेगांव भीमा युद्ध स्मारक के करीब 1 जनवरी 2018 को हिंसा भड़क गयी थी। इसी को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 8 अक्टूबर 2018 को बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जेएन पटेल की अगुवाई में जांच आयोग के समक्ष 2018 की जातीय हिंसा को लेकर मीडिया के सामने अपने बयानों के मद्देनजर एक एफिडेविट पेश किया था।
इसके बाद इस साल फरवरी में, सामाजिक समूह विवेक विचार मंच के सदस्य सागर शिंदे की ओर से जांच आयोग के सामने आवेदन दायर किया गया इसमें 2018 की जाति हिंसा के बारे में मीडिया में उनके द्वारा दिए गए कुछ बयानों को लेकर शरद पवार को तलब करने की मांग की गई थी। शिंदे ने इस मामले में दायर की गई याचिका में पवार की प्रेस कांफ्रेंस का जिक्र किया था। जानकारी के अनुसार आवेदन में शरद पवार ने आरोप लगाया था कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े ने पुणे शहर के बाहरी इलाके और इसके आसपास के कोरेगांव-भीमा में एक अलग माहौल पैदा किया था।