दिल्ली लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में एक अहम तस्वीर सामने आई है, जिसमें सह-आरोपी डॉ. शाहीन शाहिद और पुलवामा के 28 वर्षीय डॉक्टर मुज़म्मिल शकील को मारुति सुज़ुकी ब्रेज़ा खरीदते हुए देखा जा सकता है। यह वही CNG वाहन है जिसे बाद में जांच एजेंसियों ने अल-फला यूनिवर्सिटी से बरामद किया था। तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और इसे मामले में महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है।
जांच के अनुसार, यह ब्रेज़ा 25 सितंबर को पूरी तरह नकद लेन-देन के जरिए खरीदी गई थी। वाहन शाहीन शाहिद के नाम पर पंजीकृत किया गया था। इसी दौरान ली गई तस्वीर में शाहीन और मुज़म्मिल को साथ खड़े होकर पोज़ देते हुए देखा जा सकता है। एजेंसियों ने अब तक तीन वाहनों की बरामदगी की पुष्टि की है।
जांच में खुलासा हुआ है कि कुल 32 कारों को विस्फोटक सामग्री ले जाने या विभिन्न स्थानों पर धमाके करने के लिए इस्तेमाल किए जाने की योजना थी। इनमें वही Hyundai i20 भी शामिल थी, जिसमें 10 नवंबर को लाल किले के पास धमाका हुआ था और जिसमें 15 लोगों की मौत हुई थी। रिपोर्टों के मुताबिक, 6 दिसंबर को कई जगहों पर ‘रिवेंज अटैक’ की योजना थी,जिनमें से छह स्थान दिल्ली में थे। गौरतलब है कि 6 दिसंबर बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ होती है।
इस बीच, मंगलवार को आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले डॉ. मोहम्मद उमर नबी का एक नया वीडियो सामने आया है। वीडियो में वह “सुसाइड बॉम्बिंग” को गलत समझे जाने की बात करता दिखाई दे रहा है और इसे “इस्लाम में शहादत की कार्रवाई” बताता है। यह वीडियो जांच एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जांच एजेंसियां अब 32 वाहनों की पूरी श्रृंखला, वित्तीय लेन-देन, सहयोग नेटवर्क और यूनिवर्सिटी कनेक्शन की गहन जांच में जुटी हैं। अधिकारियों का कहना है कि सामने आई तस्वीर और वीडियो ने मामले की कड़ियों को जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है।
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