मुंबई। एनसीपी के नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी की हिरासत अवधि गुरुवार को 19 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई। चौधरी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं। पुणे में एक जमीन खरीद मामले में गिरीश चौधरी को गिरफ्तार किया गया है।
यह मामला 2016 में पुणे में एक कथित सरकारी जमीन सौदे से जुड़ा है। एजेंसी ने दावा किया कि चौधरी और खडसे ने पुणे के निकट एक सरकारी भूमि 3.75 करोड़ रुपये में खरीदी जबकि आधिकारिक मूल्यांकन के मुताबिक जमीन की वास्तविक कीमत 31.01 करोड़ रुपये थी।
NCP leader Eknath Khadse’s son-in-law Girish Choudhary has been remanded to Enforcement Directorate custody till July 19 in a money laundering case.
— ANI (@ANI) July 15, 2021
ईडी ने कहा कि ऐसा लगता है कि खडसे ने, जो उस वक्त राज्य के राजस्व मंत्री थे, अपने पद का दुरुपयोग किया और अधिकारियों पर दबाव बनाया। यह जमीन महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) की थी। खडसे ने इसी भूमि सौदे के संबंध में आरोपों का सामना करने के बाद 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। ऐसा आरोप है कि उन्होंने पुणे के भोसारी इलाके में अपने परिवार को महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) की सरकारी जमीन खरीदने में मदद के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के साथ ही आयकर विभाग ने उन्हें मामले में क्लीन चिट दे दी थी। यह मामला मई 2016 का है जब पुणे के एक कारोबारी हेमंत गवांडे ने शहर के बुंद गार्डन पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज करायी।