मुंबई। राज्य सरकार की कार्यप्रणाली से तंग आकर महाराष्ट्र में किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। विदर्भ के यवतमाल में गुरुवार को 4 किसानों ने जिलाधिकारी कार्यालय प्रांगण में खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या का प्रयास किया। यह घटना गुरुवार की दोपहर तब हुई जब जिलाधिकारी अमोल येडगे कार्यालय आ रहे थे। दरअसल अमडापुर परियोजना के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों को अभी तक मुआवजा नही मिला है। वादे के अनुसार उनका पुनर्वसन भी नहीं हो सका। जिसके चलते झुब्ध किसानों को यह कदम उठाना पड़ा है।
इसके पहले 16 जून को यवतमाल जिले की दिग्रस तहसील के कलगांव निवासी किसान भाई बहन ने विभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर में आत्मदाह करने की कोशिश की गई थी। कलगांव निवासी नितेश जवादे और उसकी बहन कल्पना जवादे ने विभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर में आत्मदाह करने का प्रयास किया था। इससे पूर्व भी दोनों भाई बहन ने 10 जून को जिलाधिकारी को निवेदन देकर न्याय नहीं मिलने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। कल्पना और नितेश जवादे का कहना रहा कि वे अपने पुश्तैनी जमीन के लिए मशक्कत कर रहे है।