Maharashtra: मंत्री गडाख दें इस्तीफा, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता की मांग

Maharashtra: मंत्री गडाख दें इस्तीफा, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता की मांग

राज्य जल संरक्षण मंत्री शंकरराव गडाख के पीए के तौर पर काम करने वाले युवक ने आत्महत्या से पहले बनाए वीडियो में गडाख, उनकी पत्नी और भाई सहित 10 लोगों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। पर पुलिस ने सात लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया पर मंत्री, उनकी पत्नी और भाई के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने मांग कि है कि निष्पक्ष जांच के लिए जरुरी है कि मंत्री गडाख पद से इस्तीफा दें।

उपाध्ये ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार, भ्रष्टाचार, हफ्तावसूली और भ्रष्टाचार से संबंधित आरोपों की सभी मर्यादा को पार करने वाली ठाकरे सरकार के मुंह पर कालिख लगाने वाली एक और  घटना अहमदनगर जिले में सामने आई है। राज्य के जलसंसाधन मंत्री गडाख के निजी सचिव के रूप में काम करने वाले प्रतीक काले नाम ने गडाख पर आरोप लगानेवाला वीडियो जारी कर आत्महत्या कर ली है। यह ठाकरे सरकार की सत्ता की मस्ती का एक और नमूना है। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने के लिए गडाख को मंत्री पद से दूर करने की मांग प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता उपाध्ये ने की है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार परिषद में श्री उपाध्ये बोल रहे थे।

इस दौरान पूर्व विधायक बालासाहेब मुरकुटे, प्रदेश सचिव दिव्या ढोले, नगर जिला महामंत्री नितिन दिनकर, ऋषिकेश शेटे इत्यादि उपस्थित थे। पिछले सप्ताह प्रतीक काले आत्महत्या प्रकरण सामने आने से अहमद नगर जिला हिल गया है। केवल 27 साल के युवा लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। मंत्री शंकरराव गदाख सहित अनेक लोगों का नाम लेकर प्रतीक काले द्वारा मृत्यु से पहले तैयार किया गया वीडियो यह उनके द्वारा मृत्यु से पहले का मौखिक सबूत होने से इस दिशा में जांच होना आवश्यक है और शंकरराव गडाख के सत्ता पर रहने से जांच तंत्र पर दबाव आ सकता है इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ठाकरे द्वारा गड़ाख को तत्काल पद से दूर करने की मांग श्री उपाध्ये ने की है।

इसके पहले भी ठाकरे मंत्रिमंडल में शामिल शिवसेना के एक मंत्री को एक युवती के आत्महत्या प्रकरण में त्यागपत्र देना पड़ा था। महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में सरकार में सम्मिलित मंत्री का नाम आना महाराष्ट्र के लिए शर्मनाक है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि सत्ता की मस्ती के आगे मंत्रियों ने नैतिकता को ठेंगे पर रख दिया है। ऐसे मंत्रियों को समर्थन देने से जनमानस की यह भावना हो गई है कि अत्याचार में शामिल लोगों को सरकार का आशीर्वाद प्राप्त है। प्रतीक काले यह शंकरराव गडाख का निजी सहायक था। आत्महत्या से पहले तैयार किए गए आडियो- वीडियो क्लिप में उसने शंकरराव गडाख, उनकी पत्नी साथ ही भाई के नाम का उल्लेख है और गडाख परिवार की ओर से अपने ऊपर अत्याचार होने की शिकायत की है। अपने ऊपर हो रहा अत्याचार असहनीय हो गया है यह उल्लेख करके आत्महत्या करने से गडाख परिवार की जांच करना बेहद आवश्यक है।

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