महाराष्ट्र के जलाशयों में वर्तमान में 37 प्रतिशत जल का भंडार है, जबकि 401 टैंकर कई संकटग्रस्त इलाकों में जलापूर्ति कर रहे हैं। राज्य सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि सरकार इसके वितरण के लिए उचित योजना के साथ नागरिकों को निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।
बयान में कहा गया कि 401 टैंकर राज्य भर के 455 गांवों और 1,001 बस्तियों में जलापूर्ति कर रहे हैं। बयान में कहा गया है कि पिछले सप्ताह की तुलना में 53 गांवों और 116 बस्तियों में जलापूर्ति के लिए टैंकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस उद्देश्य के लिए अतिरिक्त 46 टैंकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि अब तक नागपुर मंडल में टैंकरों से जलापूर्ति करने की कोई जरूरत नहीं पड़ी है।
विशेष रूप से औरंगाबाद संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों के 76 शहरी केंद्रों में से केवल सात में ही प्रतिदिन जलापूर्ति होती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दो बार जलापूर्ति के बीच एक से 15 दिनों का अंतर है। जालना जिले के बदनापुर कस्बे में सबसे ज्यादा 15 दिन का अंतराल है।
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