उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में नेताला के पास सोमवार (11 अगस्त ) सुबह बड़ा भूस्खलन होने से उत्तरकाशी-गंगनानी मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। पहाड़ से गिरे मलबे और कीचड़ ने सड़क को ढक दिया, जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई और गंगनानी क्षेत्र का संपर्क टूट गया।
अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। सड़क से मलबा हटाने के लिए जेसीबी समेत भारी मशीनरी तैनात की गई है, लेकिन पत्थरों और दलदल के कारण रास्ता साफ करने में दिक्कत आ रही है। यातायात बहाली के प्रयास जारी हैं।
इससे पहले, इसी हफ्ते उत्तरकाशी में भीषण बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई थी। धराली समेत कई क्षेत्रों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिसमें पांच लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं। खोज एवं बचाव अभियान लगातार छठे दिन भी जारी है। हालांकि, रविवार को भारी बारिश ने रेस्क्यू कार्य को कठिन बना दिया, खासकर धराली में, जहां सूखी मिट्टी दलदल में बदल गई, जिससे राहत दलों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी कि अब तक 1,308 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि राहत कार्य 24 घंटे जारी रहेंगे और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी।
भारत मौसम विभाग (IMD) ने उत्तरकाशी में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है, जबकि कुछ इलाकों में शाम और रात तक मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और यात्रियों को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अनावश्यक आवाजाही से बचने की सलाह दी है। आपदा प्रबंधन दल और जिला प्रशासन अस्थिर मौसम के चलते लगातार सतर्क बने हुए हैं।
यह भी पढ़ें:
रामदास आठवले का शरद पवार व राहुल गांधी पर बड़ा बयान!
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने राहुल गांधी को नोटिस दिया!
अंगारकी संकष्टि चतुर्थी पर सिद्धिविनायक मंदिर के पास ट्रैफिक में बदलाव, सड़कों पर रहेगी पाबंदी!



