मुंबई। चक्रवात ताऊते ने महाराष्ट्र में बिजली आपूर्ति पर खासा असर डाला है। तार टूटने और खंभे गिरने से राज्य में करीब 20 लाख बिजली आपूर्ति से वंचित हो गए हैं। मुंबई के नचदीकी शहरों वसई, विरारव बदलापुर में 35 घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी है। राज्य के ऊर्जा विभाग दा का दावा है कि बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। महाराष्ट्र में कोंकण तट के पास से गुजरने के बाद सोमवार की रात दीव और ऊना के बीच सौराष्ट्र क्षेत्र में, गुजरात तट पर आए चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में 18.43 लाख उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
मंगलवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। इन दो जिलों के 3,665 गांवों के 52 प्रतिशत उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि बाकी इलाकों में बिजली बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी। ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा कि शेष उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए 13,172 कर्मचारी अथक प्रयास कर रहे हैं।रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, ठाणे और पालघर जिलों के कुल 13,389 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, रायगढ़ जिले में 8,383 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। रत्नागिरी और पालघर जिलों में क्रमशः 4,563 और 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। सिंधुदुर्ग और ठाणे में क्रमशः 190 और 53 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया।
मुंबई में टूटा बारिश का रिकार्ड
मुंबई में चक्रवाती तूफान ताउते के कारण 230 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञ ने इसे दर्ज इतिहास में मई में 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश होने का दावा किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र के अनुसार, सांताक्रूज वेधशाला ने मंगलवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 230.3 मिमी बारिश दर्ज की।इसके अलावा, कोलाबा वेधशाला ने इसी अवधि के दौरान 207.6 मिमी बारिश दर्ज की।आईएमडी की गणना के अनुसार, 204.5 मिमी से अधिक वर्षा को अत्यधिक भारी वर्षा माना जाता है।