संभाजी नगर के खिलाफ सड़क पर उतरे तो मनसे देगी मुंहतोड़ जवाब

  एमआईएम को मनसे की चेतावनी

संभाजी नगर के खिलाफ सड़क पर उतरे तो मनसे देगी मुंहतोड़ जवाब

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औरंगाबाद का नाम बदल कर संभाजी नगर किए जाने के विरोध में एमआईएम ने सड़क पर उतर के आंदोलन की धमकी दी है। अब मनसे ने एमआईएम को जवाब दिया है। मनसे के संभाजी नगर जिला अध्यक्ष सुमित खांबेकर ने कहा कि वे सड़क पर उतरे तो हम भी संभाजी नगर के समर्थन पर सड़क पर उतर कर जवाब देंगे। खांबेकर ने कहा कि मंत्रिमंडल के इस फैसला कर हर तरफ स्वागत हो रहा है पर एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील इस फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरने की भाषा बोल रहे हैं। वे ऐसा करेंगे तो स्थानीय हिंदु जनता के साथ मनसे कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरेंगे। इस जलील ने कहा कि जरुरत पड़ी को औरंगाबाद का नाम बदले जाने के खिलाफ वकीलों की फौज खड़ा करुंगा।

इसके पहले इस फैसले को लेकर एमआईएम के औरंगाबाद से सांसद व प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने कहा है की उनकी पार्टी इस फैसले के खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी। उन्होंने इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि औरंगाबाद के कांग्रेस एनसीपी के नेता अब इस अब शहर में घूम कर दिखाए। उन्होंने कहा की सरकार ने भले ही औरंगाबाद का नाम बदल दिया है पर हमारे लिए यह औरंगाबाद ही रहेगा। समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी ने भी इस फैसले का विरोध किया है। आजमी ने कहा की सपा ने भी ठाकरे सरकार को समर्थन दिया था।

उद्धव ठाकरे कह रहे थे कि 30 साल गलत लोगो के साथ बर्बाद कर दिया अब सेक्युलर बन गया हु। इसके बावजूद औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदल दिया क्योंकि ये मुस्लिम नाम हैं। आजमी ने कहा की शहरों का नाम बदलने से कोई विकास नहीं होगा।   बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में जब औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने का फैसला लिया गया तो इससे नाराज होकर कांग्रेस के मुस्लिम मंत्री असलम शेख मंत्रिमंडल की बैठक से बाहर निकल गए थे।

हालांकि बैठक के बाद कांग्रेस के एक अन्य मंत्री सुनील केदार ने सफाई दी की कांग्रेस ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदले जाने का विरोध नहीं किया। कैबिनेट बैठक में कांग्रेस की तरफ से ट्रांस हार्बर लिंक का नाम महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ए आर अंतुले के नाम पर करने की मांग की गई थी लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हो सका। इस बीच सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए मराठवाडा में कांग्रेस व राकांपा के सैकड़ों मुस्लिम पदाधिकारियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

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