मुंबई। मुंबई दुनिया की दूसरी सबसे ईमानदार सिटी है। हाल ही में हुए एक सर्वे में यह दावा किया गया है।Readers Digest मैगजीन ने हाल ही में एक सर्वे किया ,पत्रिका द्वारा 16 शहरों में सैकड़ों लोगों पर यह अनूठा प्रयोग किया गया। पत्रिका के अनुसार एक शहर में लगभग 12 पर्स सड़क के बीच में गिराए गए और यह पता लगाया गया कि कितने लोग इस पर्स को ईमानदारी के साथ वापस करते हैं। वही पहले स्थान पर फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में सबसे ज्यादा लोगों पर्स को लौटाए।
ईमानदारी को परखने के लिए सड़क पर बटुआ गिरा कर किये गये इस टेस्ट को लॉस्ट वॉलेट टेस्ट का नाम दिया गया। टेस्ट के दौरान यह पता चला कि फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में सबसे ज्यादा लोगों ने बटुआ वापस किया। इसके बाद महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई का नंबर आता है। जिन 16 शहरों में यह प्रयोग किया गया था उनमें न्यूयॉर्क, एम्स्टर्डम, बर्लिन, बुखारेस्ट, बुडाबेस्ट, हेलसिंकी, लिस्बन, लुब्लियाना, लंदन, मैड्रिड, मॉस्को, मुंबई, प्राग, रियो डी जेनेरिया, वारसा और ज्यूरिक शामिल हैं।
इस टेस्ट के दौरान टीम के सदस्यों ने करीब 200 वॉलेट अलग-अलग जगहों पर गिराए और इस बात की रिकॉर्डिंग की गई कि कितने लोग पर्स को बिना देखे या उसमें से बिना पैसे या अन्य सामान निकाले उसे उसके सही मालिक को वापस लौटाते हैं। इस बटुए में स्थानीय करेंसी के अलावा बिजनेस कार्ड रखे गये थे। बटुए में करीब 4000 रुपए थे। इन बटुओं को 16 शहरों के अलग-अलग पार्क, शॉपिंग मॉल या अन्य स्थानों पर गिराया गया था। हेलसिंकी में कुल 12 बटुए गिराए गए और इनमें से 11 बटुए उसके सही मालिक के पास पहुंच गए। मुंबई में 9 से ज्यादा गुम हुए बटुए उसके सही मालिक के पास पहुंच गए।
इसी तरह हंगरी के शहर बुडापेस्ट में 12 में से 8 बटुए को लोगों ने वापस कर दिया। इसके बाद यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के न्यूयॉर्क में किये गये लॉस्ट वैलेट टेस्ट के दौरान 12 में से 8 बटुए ईमानदारी से लौटा दिये गये। मॉस्को में 12 में से 7 बटुए लौटाए गए। इसके बाद एम्स्टर्डम का नंबर आता है। इस जानकारी को शेयर करते हुए आनन्द महिन्द्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरे लिये इन नतीजों में हैरान करने लायक कुछ भी नहीं है, बल्कि इस परिणाम ने उन्हें संतोष से भर दिया है। और अगर संबंधित शहरों के लोगों की आमदनी से मुंबई वालों की तुलना की जाए तो ये और भी सम्मानजनक है।
इस टेस्ट के दौरान टीम के सदस्यों ने करीब 200 वॉलेट अलग-अलग जगहों पर गिराए और इस बात की रिकॉर्डिंग की गई कि कितने लोग पर्स को बिना देखे या उसमें से बिना पैसे या अन्य सामान निकाले उसे उसके सही मालिक को वापस लौटाते हैं। इस बटुए में स्थानीय करेंसी के अलावा बिजनेस कार्ड रखे गये थे। बटुए में करीब 4000 रुपए थे। इन बटुओं को 16 शहरों के अलग-अलग पार्क, शॉपिंग मॉल या अन्य स्थानों पर गिराया गया था। हेलसिंकी में कुल 12 बटुए गिराए गए और इनमें से 11 बटुए उसके सही मालिक के पास पहुंच गए। मुंबई में 9 से ज्यादा गुम हुए बटुए उसके सही मालिक के पास पहुंच गए।
इसी तरह हंगरी के शहर बुडापेस्ट में 12 में से 8 बटुए को लोगों ने वापस कर दिया। इसके बाद यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के न्यूयॉर्क में किये गये लॉस्ट वैलेट टेस्ट के दौरान 12 में से 8 बटुए ईमानदारी से लौटा दिये गये। मॉस्को में 12 में से 7 बटुए लौटाए गए। इसके बाद एम्स्टर्डम का नंबर आता है। इस जानकारी को शेयर करते हुए आनन्द महिन्द्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरे लिये इन नतीजों में हैरान करने लायक कुछ भी नहीं है, बल्कि इस परिणाम ने उन्हें संतोष से भर दिया है। और अगर संबंधित शहरों के लोगों की आमदनी से मुंबई वालों की तुलना की जाए तो ये और भी सम्मानजनक है।
Not surprised, but certainly very gratified to see the results of this experiment. And if you factor in the relative levels of income in each country, Mumbai’s outcome is even more impressive!
-anand mahindra,@anandmahindra