पालघर जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के पानी ने बापाने के यमुना नगर में तबाही मच गई है। यहां के सैकड़ों घर पानी में डूब गए हैं। यमुना नगर में बसे अधिकतर परिवार गरीब वर्ग के हैं। लोग अपने बच्चों को गोदी में उठाकर स्कूल की बस में छोड़ने जाते हैं। यहां के घर पिछले दो साल से डूब रहे हैं। लेकिन वसई विरार महानगरपालिका प्रशासन उदासीन बना हुआ है।
यमुना नगर के लगभग सारे मकान चारों तरफ से पानी से घिरे हुए हैं। कई मकानों में दरारें आ गई हैं, इससे मकान कभी भी धराशाई हो सकता है। इससे यहां के लोगों में भय का माहौल है। कई बार मनपा अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की गई लेकिन मनपा और उसके अधिकारी मौन हैं।
इसके लिए राम चंद्र लखात, हेमंत, हर्षद, जगदीश, रामबचन यादव, संजय यादव, सुरेश, जगतपाल, मारूति सोलंकी, रघु पाटिल, अशोक पवार, राजू सिंह, रामजीत यादव, सूरज तिवारी, नितिन तिवारी, सौम्य सिंह, कमलेश तिवारी, मुकेश शर्मा,चंदू गुप्ता, तरुण चौड़ा, विजय सिंह, विजय यादव, सुखलाल बिंद, जयराज बिंद,देवदत्त सिंह, सुनील सिंह राजदेव मौर्या और देवशाला समेत कई लोगों ने मनपा सहायुक्त संकेत मनाले से मिलकर शिकायत की है।
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