पेटा ने वड़ा पाव को दिया पूर्ण ‘शाकाहारी’ का दर्जा  

पेटा ने वड़ा पाव को दिया पूर्ण ‘शाकाहारी’ का दर्जा  
मुंबई का वड़ा पाव पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि आधी मुंबई वड़ा पाव खाती है। मुंबईकरों के लिए वड़ा पाव बहुत ही महत्वपूर्ण है। मुंबईकरों की शुरुआत वड़ा पाव से ही होती है। यहां के हर गली चौक पर वड़ा पाव की छोटी बड़ी दुकान मिल जाएगी। मुंबई के वड़ा पाव की अपनी अलग पहचान है।
अब  जानवरों के लिए काम करने वाली संस्था पेटा इंडिया (PETA) ने वड़ा पाव को पूरी तरह वेजिटेरियन (शाकाहारी) का दर्जा दिया है। संस्था ने एक दिन पहले 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय पशु अधिकार दिवस पर यह घोषणा की। इतना ही नहीं, शेव-पुरी, रगड़ा पैटी, मिसल पाव, पोहे को भी पूर्ण शाकाहारी भोजन का दर्जा दिया गया है।

पेटा का कहना है कि आपको अपना खाना समझदारी से चुनना चाहिए। पेटा जल्द ही मुंबई में टैक्सियों पर पोस्टर लगाएगी, जिसमें कहा गया है कि वड़ा पाव को 2021 के पूर्ण शाकाहारी भोजन के रूप में चुना गया है। हर मुंबईकरों को पता होगा कि वडा पाव को यह विशेष दर्जा मिला है और उन्हें इस पर गर्व होगा।

पेटा का कहना है कि वड़ा पाव बनाने में किसी जानवर को नहीं मारा जाता है और न ही नुकसान पहुंचाया जाता है। वडापाव मुंबई का सबसे सस्ता और लोकप्रिय भोजन या स्नैक है। पेटा ने आगे कहा कि यह एक स्ट्रीट फ़ूड है, साथ ही यह होटलों में भी पूरी तरह शाकाहारी भोजन के रूप में भी मिलता है।
पेटा इंडिया के पोषण विशेषज्ञ डॉ. किरण आहूजा का कहना है कि “हम यहां आने वाले लोगों को शुद्ध शाकाहारी भोजन का विकल्प सुझाते हैं। हम उन्हें अंडे, मांस या चिकन खाने के बजाय शाकाहारी विकल्प चुनने का सुझाव देते हैं। उन्होंने कहा कि अब उन खाद्य पदार्थों में वडापाव भी शामिल हो गया है।’ पेटा इंडिया ने इस व्यंजन को पूर्ण शाकाहारी भोजन का दर्जा देकर इसका सम्मान बढ़ाया है, क्योंकि इसे तैयार करते समय किसी जानवर को नुकसान नहीं होता है।
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