कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान कर्नाटक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी सांसद राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सावरकर के बारे में जो बयान दिए हैं, उस पर बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को हंगामा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सावरकर और आरएसएस के बारे में जो सही है, वही बोला है। पटोले ने कहा कि सावरकर और आरएसएस ने देश की स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं दिया था। इस बात के कई प्रमाण हैं कि सावरकर को अंग्रेजों से पेंशन मिल रही थी। उन्होंने फडणवीस को चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें यह बताना चाहिए कि सावरकर को अंग्रेजों से पेंशन क्यों मिल रही थी।
पटोले ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में धर्म और प्रांत को भुला कर पूरा देश कांग्रेस के बैनर तले एकजुट हुआ था। इस संघर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सावरकर का कोई योगदान नहीं है। इसके विपरीत, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर और आरएसएस की भूमिका अंग्रेजों का समर्थन करने की थी। उस समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कहां था, जब पूरे देश में अंग्रेजों के खिलाफ ‘ भारत छोड़ो ‘ यात्रा की गूंज सुनाई पड़ रही थी। जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ने के लिए आजाद हिंद सेना का गठन किया था, वहीं सावरकर युवाओं को ब्रिटिश सेना में शामिल होने का आह्वान कर रहे थे। सावरकर के साथ 149 स्वतंत्रता सेनानियों को भी काले पानी की सजा दी गई थी लेकिन केवल सावरकर को अंग्रेजों ने इस सजा से मुक्त किया था। यह इतिहास का सच है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी 11 साल की जेल हुई। लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी समेत लाखों स्वतंत्रता सेनानियों को भी जेल में डाल दिया गया था। हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया। नाना पटोले ने तंज कसते हुए कहा कि ‘नए इतिहासकार’ फडणवीस को पता होना चाहिए कि भारत के विभाजन का बीज सावरकर द्वारा प्रतिपादित द्वि-राष्ट्रवाद के सिद्धांत में निहित है। आरएसएस और बीजेपी का काम अपर्याप्त जानकारी देकर लोगों में भ्रम पैदा करना और उन्हें बांटना है। कर्नाटक में भाजपा सरकार ने स्कूल की किताब में यह फर्जीवाड़ा किया है कि सावरकर बुलबुल पार्टी के नाम पर भारत की यात्रा कर रहे थे, जबकि वाकई में उस दौरान वह अंडमान के सेलुलर जेल में बंद थे।
नाना पटोले ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा को केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक में लोगों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है, जिससे बीजेपी घबरा गई है। इसलिए बीजेपी राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा की आलोचना में जुटी है। पटोले ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई यात्रा भारत को एकजुट करने की है। जबकि बीजेपी और आरएसएस देश को तोड़ने का काम कर रही है। इसलिए फडणवीस द्वारा ‘भारत जोड़ो’ की जगह तोड़ो जैसे शब्द का इस्तेमाल करना सही नहीं है । पटोले ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने सावरकर और आरएसएस के बारे में जो बयान दिए हैं , वह पूरी तरह से सच हैं। ऐसे में फडणवीस के नाराज होने की कोई वजह नहीं है।
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