इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम प्रशासक के खिलाफ नारेबाजी की और जलापूर्ति विभाग पर हमला बोल दिया|प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया है कि नगर पालिका में आने के बाद से यह स्थिति पैदा हुई है| इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम प्रशासन को बयान दिया और पानी की समस्या का तत्काल समाधान करने की मांग की|
रिपोर्ट में नगर आयुक्त और प्रशासक का जिक्र करते हुए नासिक नगर निगम के प्रशासन के बाद से ही पेयजल की समस्या गंभीर हो गई है| पिछले 20 वर्षों में पीने के पानी की कभी कोई समस्या नहीं हुई, यह प्रशासन के समय से ही समस्या बन गई है। चूंकि अभी हर जगह बारिश हो रही है, गंगापुर बांध और अन्य बांधों से पानी छोड़ना पड़ रहा है।
वही, पूर्व में वार्ड K9 का उषा गंगापुर बांध स्थित है और एक जल शोधन स्टेशन है, लेकिन हमारे वार्ड में पीने के लिए पानी नहीं है| वार्ड में पानी की सप्लाई कम प्रेशर और पानी थोड़ी देर के लिए छोड़ा जाता है। वॉलमैन से पूछें तो वह कहता है कि मैं सिर्फ उतना ही पानी छोड़ता हूं, जितना टैंक से निकलता है। अधिकारियों से पूछें तो वे अलग-अलग जवाब देते हैं। कुल मिलाकर पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है|
अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से बरसात के दिनों में भी लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पाता है| कई बार अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। डैम में भरपूर पानी होने पर भी कर्मचारियों और वॉलमैन काम नहीं करते है| वही आंदोलनकारियों नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक- दो दिन के अंदर पेयजल की समस्या का समाधान दो दिन में नहीं किया तो हम लोकतांत्रिक तरीके से एक मार्च और जन आंदोलन निकालेंगे|
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