जनता के लिए पैसे नहीं,महाराष्ट्र के मंत्रियों के लिए बनेगा आलीशान टावर

जनता के लिए पैसे नहीं,महाराष्ट्र के मंत्रियों के लिए बनेगा आलीशान टावर

file photo

मुंबई। मालाबार हिल, बी. जी खेर मार्ग स्थित सरकारी जमीन पर ‘पुराने’ बंगले की साइट पर 18 मंजिला आवासीय टावर के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। इस निर्माण के लिए 90 करोड़ रुपये की राशि का उल्लेख किया गया है और निविदा जमा करने के लिए 26 जुलाई तक का समय दिया गया है। टेंडर 28 जुलाई को खोले जाएंगे। इस टेंडर के संबंध में समाचार पत्र में एक विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। यह विज्ञापन महाराष्ट्र सरकार के लोक निर्माण विभाग ने दिया है। यह जमीन करीब 2584 वर्ग मीटर है और यह 105 साल पुराना बंगला है। यह प्राचीन बंगला कई वर्षों से निष्क्रिय पड़ा है। वहां कोई नहीं रहता।

इतना ही नहीं इस बंगले की हालत भी काफी खराब है। इसे ध्वस्त कर वहां आवासीय टावर बनाया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इसमें 18 मंत्री होंगे। निर्माण 10337.80 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल पर किया जाएगा। प्रत्येक मंत्री को प्रत्येक मंजिल पर 574 वर्ग मीटर जगह मिलेगी, जिसमें चार फ्रंट रूम, किचन, चार बेडरूम, ऑफिस, विजिटर्स रूम, एंटे चैंबर, दो स्टाफ रूम और लगेज स्टोरेज होंगे। जहां हर मंत्री के मुंबई में अलग-अलग बंगले हैं और महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में निजी घर हैं, वहीं सवाल यह उठता है कि और घरों को जोड़कर जनता का पैसा क्यों बर्बाद किया जा रहा है। नई दिल्ली में चल रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के माध्यम से संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास का पुनर्निर्माण किया जा रहा है, सेंट्रल विस्टा के खिलाफ बोलने वाले महाविकास आघाड़ी के मंत्री और नेता अब अपने लिए नए घरों की तलाश कर रहे हैं, जिसकी वजह से सबकी भौंहें तनी हुई है।

Exit mobile version