नायगांव पुलिस कॉलोनी के घरों को खाली करने की जरूरत नहीं,जानें फडणवीस ने क्या कहा?

नायगांव पुलिस कॉलोनी के घरों को खाली करने की जरूरत नहीं,जानें फडणवीस ने क्या कहा?

मुंबई। दादर स्थित नायगांव पुलिस कॉलोनी के जिन घरों के जर्जर होने का कारण बता यहां रहने वाले पुलिसकर्मियों को सपरिवारों घर खाली करने का नोटिस जारी किया है, नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने आज वहां का दौरा कर न सिर्फ स्थानीयों से बातचीत की,बल्कि समूची पुलिस कॉलोनी का मुआयना करने के बाद कहा कि वह खतरनाक नहीं लगती,सरकार को चाहिए कि उसका स्ट्रक्चरल ऑडिट कराकर मरम्मत कराए। उन्होंने सरकार से नोटिस की कार्रवाई के फैसला को स्थगित किए जाने की भी मांग की है।

कोरोनाकाल में संभव भी नहीं शिफ्टिंग

फडनवीस ने नायगांव पुलिस कॉलोनी के निवासियों की समस्याओं को सुनने-समझने के बाद कहा, ‘ कोरोनाकाल में इन्हें इस तरह आननफानन में बेघर करना उचित नहीं है। फिलहाल, कोरोनाकाल में शिफ्टिंग संभव भी नहीं है। स्थानांतरण के लिए सुझाए गए ठिकाने और भी बदतर हैं। इसलिए बिल्डिंगों का निर्माण यहीं खुले स्थान पर किया जाए और फिर इन सभी का पुनर्वास किया जाए।

सीएम-गृहमंत्री-सीपी से चर्चा करेंगे फडणवीस

उन्होंने यहां के दयनीय हालात देखने के बाद कहा, ‘ हम यहां आपकी भावनाओं और दर्द को सरकार तक पहुंचाने के लिए सेतु बनाने आए हैं। हम आपकी भावनाओं और अपेक्षाओं को उन्हें बताने आए हैं। मैं इस मसले पर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से चर्चा करूंगा तथा पुलिस कमिश्नर से भी बात करूंगा, ताकि नोटिस के निर्णय को स्थगित किया जा सके।

हमारे दिए पुलिस आवास के प्रस्ताव पर काम करे मौजूदा सरकार

फडनवीस ने इस दौरान बताया, ‘ हमने बीडीडी चाल निवासी पुलिसकर्मियों व उनके परिवारजनों को भी संरक्षण दिया। भले ही मौजूदा सरकार ने वहां भूमि पूजन किया, लेकिन टेंडर हमने निकाला था। हमने उसकी आधा से ज्यादा प्रक्रिया को अंजाम दिया। इसका क्रियान्वयन अब चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को हमारी सरकार के दिए पुलिस आवास के प्रस्ताव पर काम करना चाहिए। देवेंद्र फडनवीस ने फिर दोहराया कि वे यहां पुलिस वालों और उनके परिवारजनों की भावनाओं को जानने आए हैं,. इसमें किसी तरह की कोई राजनीति नहीं है। पुलिस और सरकार के बीच इस तरह के संघर्ष का कोई मतलब नहीं है। हमारे सहयोगियों ने कॉलोनी का निरीक्षण किया, फिर उन्होंने मुझसे यहां के मुआयने का अनुरोध किया, इसलिए मैं यहां आया हूं।

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