मुंबई यूनिवर्सिटी के कालीना कैंपस की 63 में से 38 बिल्डिंगों को ओसी न होने की चौंकाने वाली जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को मुंबई यूनिवर्सिटी ने दी हैं। यह सारी बिल्डिंग वर्ष 1975 से वर्ष 2017 के दौरान बनाई गई हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुंबई यूनिवर्सिटी से मुंबई यूनिवर्सिटी के कालीना कैंपस में स्थित बिल्डिग को प्राप्त ओसी की जानकारी मांगी थी।
मुंबई यूनिवर्सिटी के ढांचागत नियोजन, कार्यान्वयन और रखरखाव विभाग ने अनिल गलगली को बताया कि कुल 63 में से 38 बिल्डिंगों को ओसी नहीं मिल पाई हैं। सिर्फ 24 बिल्डिंगों को ओसी दी गई हैं और 1 बिल्डिंग को पार्ट ओसी दी गई हैं। जिन बिल्डिंगों को ओसी दी गई हैं उसमें रानडे भवन, तिलक भवन, वर्क शॉप, WRIC गेस्ट हाऊस, एसपी लेडीज होस्टल,न्यू क्लास क्वार्ट्स, महात्मा फुले भवन, ज्ञानेश्वर भवन, यूरसिसन अभ्यास स्टाफ क्वार्ट्स ए, बी, सी, डी, ई, एफ, सीडी देशमुख भवन, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर भवन, प्रेस गोडाऊन, अबुल कलाम बिल्डिंग, फिरोजशहा मेहता भवन, अण्णा भाऊ साठे भवन, पक्षी भवन, ग्लास भवन, वाईस चांसलर बंगला इन बिल्डिंगों का शुमार हैं। कल्चरल सेंटर को पार्टली ओसी हैं।
जिन बिल्डिंगों को अब तक ओसी नहीं दी गई हैं उसमें ICSSR होस्टल, रीडरर्स क्वार्ट्स 12 A, 12B, 12 C, छात्र कॅन्टीन, ओल्ड लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स, जेएन लायब्ररी, जेपी नाईक भवन, WRIC प्रशासकीय इमारत, स्वास्थ्य केंद्र, कर्मवीर भाऊराव पाटील बॉयज होस्टल, एमडीके लेडीज हॉस्टेल, गरवारे इन्स्टिट्यूट ओल्ड, न्यू गरवारे इन्स्टिट्यूट, वर्क शॉप गरवारे, स्टाफ क्वार्ट्स G, पंडिता रमाबाई लेडीज होस्टल, अलकेश दिनेश मोदी गॅलरी, मराठी भवन, आईडॉल इमारत, झंडू इन्स्टिट्यूट, अनेक्स बिल्डिंग, लाईफ सायन्स बिल्डिंग, एक्साम कॅन्टीन, शिक्षक भवन, पोस्ट ऑफिस, सर्व्हट क्वार्ट्स, न्यू लेक्चर कॉम्प्लेक्स, संस्कृत भवन, भाषा भवन, राजीव गांधी सेंटर, आयटी पार्क, शंकरराव चव्हाण टीचर्स टेर्निंग अकादमी, UMDAE हॉस्टेल,, UMDAE फॉकलिटी बिल्डिंग , नॅनो सायन्स और नॅनो टेक्निकल सेंटर इन बिल्डिंगों का शुमार हैं।
अनिल गलगली के अनुसार कालीना कैंपस में जिन बिल्डिंगों को ओसी नहीं हैं इसमें मुंबई यूनिवर्सिटी और आर्किटेक्ट की गलती हैं उनकी जांच कर कारवाई करने की मांग राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शिक्षा मंत्री उदय सामंत को भेजे हुए पत्र में की हैं। जिन बिल्डिंगों को ओसी नहीं हैं उन बिल्डिंगों में हजारों छात्र-छात्राओं के अलावा यूनिवर्सिटी के अधिकारी और कर्मचारी का आवागमन रहता हैं इसलिए मंजूर प्लान के तहत काम नहीं होने से उपलब्ध एफएसआय से संशोधित प्लान पेश करने की जरुरत होने की बात अनिल गलगली ने कहीं हैं। ऑटोडीसीआर ऑनलाइन प्रणाली से दस्तावेज मुंबई मनपा को पेश करने पर प्रलंबित ओसी मिल सकती हैं।
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