सैनिटरी पैड का निस्तारण न करने पर एक स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने 23 छात्राओं को एक घंटे के लिए शौचालय में बंद करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शौचालय में बदबू के कारण दो छात्रों को चक्कर आ गया, जबकि अन्य को उल्टी-उल्टी होने लगी. इस तरह की बात से शैक्षणिक हलकों में हड़कंप मच गया है|
यहां अष्टभुजा वार्ड में नटराज इंग्लिश स्कूल है। इस स्कूल में कक्षा सात से दस तक के 23 विद्यार्थियों को स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती सरकार ने सैनिटरी नैपकिन का सही तरीके से निस्तारण नहीं करने के कारण एक घंटे के लिए शौचालय में बंद कर दिया था। लगातार एक घंटे तक टॉयलेट में रहने से दम घुटने लगा, वहीं दो छात्रों को चक्कर आ गया, जबकि अन्य छात्रों को उल्टियां होने लगीं| इस बीच पीड़ित छात्रा ने यह घटना घर पर अपने परिजनों को बतायी|
जैसे ही अभिभावकों और छात्रों ने शिकायत की तो युवा सेना के जिला अध्यक्ष सहारे और युवा सेना की जिला प्रमुख रोहिणी पाटिल ने सीधे स्कूल पर हमला बोल दिया| इस मौके पर अभिभावकों एवं युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रधानाध्यापिका को आड़े हाथों लिया| पहले तो प्रधानाध्यापिका ने यह कहकर मना कर दिया कि कुछ नहीं हुआ है| हालाँकि, जैसे ही छात्रों ने प्रधानाध्यापिका से जवाब मांगा, श्रीमती सरकार ने अंततः गलती स्वीकार कर ली।
बताया जा रहा है कि अब मामले की शिकायत कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से की जाएगी| यह भी मांग की जा रही है कि इस मामले में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए | प्रिंसिपल सरकार कह रही हैं कि साफ-सफाई का महत्व जानने के लिए लड़कियों को इस तरह की सजा दी गई| कुल मिलाकर यह प्रकार गंभीर है| अभिभावकों की मांग है कि फिर कड़ी सजा दी जानी चाहिए|
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