पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश का कहर, मरने वालों की संख्या 883 तक पहुँची!

सिंध प्रांत के गुड्डू कस्बे में 6 या 7 सितंबर तक सिंधु नदी ऊँचे से बहुत ऊँचे बाढ़ स्तर तक पहुँचने की आशंका

पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश का कहर, मरने वालों की संख्या 883 तक पहुँची!

पाकिस्तान में जून के अंत से जारी मूसलाधार बारिश और बाढ़ का संकट लगातार गहराता जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार अब तक 883 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 1,200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार (3 सितंबर) देर रात से हुई बारिश से जुड़े हादसों में दो और बच्चों की जान गई—एक की मौत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और दूसरे की इस्लामाबाद में हुई। NDMA ने बुधवार (3 सितंबर) को अपने नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (NEOC) के जरिए नया अलर्ट जारी किया और अगले 12 से 24 घंटों में कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी।

सबसे ज्यादा नुकसान खैबर पख्तूनख्वा (KP) और पंजाब प्रांत को हुआ है। KP में 488 मौतें और 360 लोग घायल हुए। पंजाब में 223 लोगों की जान गई और 648 लोग घायल हुए। सिंध ने 58 मौतों की पुष्टि की। पाकिस्तान अधिकृत गिलगित-बाल्टिस्तान (PoGB) में 41 मौतें हुईं। PoK में 38 और बलूचिस्तान में 26 लोगों की मौत दर्ज की गई। इस्लामाबाद में अब तक 9 मौतें हुई हैं।

पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने चेतावनी दी है कि, पंजाब के गंडा सिंह वाला क्षेत्र में सतलुज नदी अत्यधिक बाढ़ स्तर पर बनी हुई है। चेनाब नदी में एक नया बाढ़ का रेला आ सकता है, जो मराला से नीचे की ओर “बहुत ऊँचे से लेकर बेहद खतरनाक” स्तर तक पहुँच सकता है। पंजाब के पंजंड क्षेत्र (जहाँ चेनाब, रावी और सतलुज मिलते हैं) में 4-5 सितंबर को बाढ़ का पानी हजारों एकड़ खेत और सैकड़ों गांव डुबो सकता है। सिंध प्रांत के गुड्डू कस्बे में 6 या 7 सितंबर तक सिंधु नदी ऊँचे से बहुत ऊँचे बाढ़ स्तर तक पहुँचने की आशंका है। साथ ही, लाहौर, गुजरांवाला, रावलपिंडी और इस्लामाबाद जैसे शहरों में शहरी बाढ़ का खतरा जताया गया है।

पंजाब प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) के मुताबिक, चेनाब नदी की बाढ़ ने झंग जिले के 261 गांवों और मुझफ्फरगढ़ के कम से कम दो दर्जन गांवों को डुबो दिया है। अब तक 9,200 से ज्यादा घर नष्ट हो चुके हैं (सिर्फ KP में 4,700 और PoK में 2,100)। 6,000 से ज्यादा पशु बह गए। 240 से अधिक पुल और 670 किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुईं।

अधिकारियों ने KP, पंजाब, PoGB और PoK में बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। चितरल, दिर, स्वात, बुनर और अबोटाबाद जैसे पहाड़ी जिलों में भूस्खलन और नदियों के उफान से फ्लैश फ्लड का खतरा बना हुआ है। पाकिस्तान में बाढ़ का यह संकट लगातार बिगड़ता जा रहा है और अगले कुछ दिनों में हालात और गंभीर हो सकते हैं।

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