मेटे ​के​ निधन पर पंकजा मुंडे ने शोक व्यक्त किया

पंकजा​ मुंडे ने कहा कि उनके निधन की खबर ​से​ ​मैं स्तब्ध रह ग​यी​​। उनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं ​थी​​। हालाँकि, उन्होंने छोटी उम्र से ही बुद्धिमत्ता और संगठन कौशल का उपयोग करके बहुत अच्छा काम किया। उन्होंने मराठा समुदाय के लिए एक आंदोलन शुरू किया। उनके जाने से इस आंदोलन को बड़ा झटका लगा है​|​​​

मेटे ​के​ निधन पर पंकजा मुंडे ने शोक व्यक्त किया

Pankaja Munde condoles the death of Mete

शिव संग्राम संगठन के अध्यक्ष और विधायक विनायक मेटे का आज 14 अगस्त को एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। यह दुर्घटना मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर मडप टनल के पास हुआ। संपूर्ण महाराष्ट्र में मेटे के असामायिक निधन से शोक की लहर व्याप्त है। इस घटना के बाद भाजपा नेता और पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने भी दुख जताया है| पंकजा मुंडे ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे मराठा समाज को न्याय दिलाने से अनवरत संघर्षरत थे|
पंकजा​ मुंडे ने कहा कि उनके निधन की खबर से​ ​मैं स्तब्ध रह गयी​​। उनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी​​। हालाँकि, उन्होंने छोटी उम्र से ही बुद्धिमत्ता और संगठन कौशल का उपयोग करके बहुत अच्छा काम किया। उन्होंने मराठा समुदाय के लिए एक आंदोलन शुरू किया। उनके जाने से इस आंदोलन को बड़ा झटका लगा है|​​​ उन्होंने कहा कि मैं पिछले 22 से 23 साल से मेटे ​को ​देख रहा हूं।​ ​उनके पास दूरदर्शिता थी। मैं उनकी सराहना करती थी​​
 
मुझे दुख होता है कि ऐसा प्रतिभाशाली नेता आज हमारे​ बीच नहीं रहा​​उन्होंने ने मेटे के संबंधों को लेकर भी अपनी बात साझा करते हुए कहा कि ​मेरी नई-नई शादी हुई थी। मेटे ने मराठवाड़ा के कई नेताओं को इकट्ठा करके मुंबई में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विलासराव देशमुख ने की और गोपीनाथ मुंडे मुख्य अतिथि थे। मुझे भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। मैं उस समय राजनीति में नहीं था। हम एक साथ कई सभाओं में जाते थे। वह मेरी संघर्ष यात्रा में मेरे साथ रहते थे​|
 
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