मुंबई। लॉकडाउन में विशेष ट्रेन के तौर पर रेलवे गाडियों का संचालन कर रहा है। लोकल ट्रेनों में केवल फ्रंट लाईन वर्कर और सरकारी कर्मचारियों को यात्रा की अनुमति है। ऐसे में भी बिना टिकट यात्रा करने वाले 1.50 लाख लोगों से मध्य रेलवे ने 9.50 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है।
मध्य रेल ने रेल बिना टिकट/अनुचित टिकट और अनियमित यात्रा के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया है। मध्य रेल के मुंबई मंडल ने उपनगरीय और गैर-उपनगरीय / मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में सघन और नियमित टिकट जांच अभियान चलाया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल अधिकृत यात्री ही शासन के दिशानिर्देशों और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ट्रेनों में यात्रा करें।
मई-2021 में, बिना टिकट/अनियमित यात्रियों के 54,000 मामलों का पता चला और रु. 3.33 करोड़ जुर्माने के रूप में वसूल किये गये। इनमें उपनगरीय (लोकल) खंड में 32,000 मामलों से 1.65 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय खंड में 22000 मामलों से 1.68 करोड़ रुपये शामिल हैं। 1 अप्रैल से 31 मई की अवधि के दौरान, गैर-उपनगरीय ट्रेनों (लंबी दूरी की ट्रेनों) और उपनगरीय ट्रेनों में टिकट रहित/अनियमित यात्रियों के कुल 1.50 लाख मामले पकड़े गये, जिनसे 9.50 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया।
बिना मास्क वालों से ढाई लाख वसूले
इसके अलावा, टिकट जांच कर्मियों की विशेष टीमों ने 17 अप्रैल से 2 जून की अवधि के दौरान मास्क नहीं पहनने के 1269 मामलों का पता लगाया और 2,40645 रुपये की राशि का जुर्माना वसूल किया गया।