कोरोना की वजह से नौकरी खोने वाले होटल उद्योग के कर्मचारियों के लिए राहत

 हॉस्पिटैलिटी और होटल एडमिनिस्ट्रेशन में बी.एस.सी. के लिए छात्रवृत्ति  कार्यक्रम (स्कालरशिप प्रोग्राम) की घोषणा

कोरोना की वजह से नौकरी खोने वाले होटल उद्योग के कर्मचारियों के लिए राहत

file photo

होटल व रेस्टोरेंट संचालकों के सबसे बड़े संगठन फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने हॉस्पिटैलिटी और होटल एडमिनिस्ट्रेशन में तीन वर्षीय बीएससी कर रहें इच्छुक छात्रों के लिए अपने एफएचआरएआई इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट ग्रेटर नोयडा में एक छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। यह योजना एफएचआरएआई उनकी क्षेत्रीय एसोसिएशन्स के साथ मिलकर चलाएगा। एफएचआरएआई आईएचएम यह हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री द्वारा संचालित पहला और एकमात्र निजी संस्था है जो नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय से संबद्ध है।

एफएचआरएआई और क्षेत्रीय एसोसिएशन्स के सदस्य कर्मचारियों के बच्चों को प्रवेश, नामांकन, ट्यूशन और परीक्षा शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी और हॉस्पिटैलिटी संरक्षक या कर्मचारियों के परिवारों के बच्चों को 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। महामारी के दौरान अपनी नौकरी गंवाने वाले श्रमिकों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए,आतिथ्य क्षेत्र के कर्मचारी जो क्षेत्रीय संघ के सदस्यों के साथ में काम कर रहे थे और महामारी के दौरान अपनी नौकरी खो चुके हैं, उनके बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी जिसका चयन क्षेत्रीय संघ और सदस्यों द्वारा प्रमाणीकरण के आधार पर किया जायेगा। प्रवेश कक्षा 12 वीं के परिणाम की योग्यता, सीटों की उपलब्धता और संबद्ध संगठन NCHMCT, नोयडा के अनुमोदन के आधार पर होंगे। सीधे प्रवेश के लिए पंजीकरण https://www.fhrai-ihm.com/ पर जाकर कर सकते है।

इस बारे में एफएचआरएआई के उपाध्यक्ष  गुरबख्शीश सिंह कोहली ने कहा कि भारत के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में लाखों लोगों को रोजगार देने के साथ ही साथ बाजार में मांग और आपूर्ति में तेजी लाकर हमारी अर्थव्यवस्था का विकास तेजी से करने की क्षमता है। इस समय, पूरा सेक्टर महामारी के प्रभाव में है और हम आतिथ्य शिक्षा के क्षेत्र में भी इसके व्यापक प्रभाव देख रहे हैं। ऐसे समय में, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से जुड़े हुए सभी लोगों को साथ मिलकर उभरनेका प्रयास करना चाहिए ताकि वर्तमान चुनौतियों के कारण आतिथ्य उद्योग की विकास की संभावनाएं बाधित न हों। छात्रवृत्ति योजना के शुभारंभ के साथ, एफएचआरएआई और क्षेत्रीय एसोसिएशन्स देश में आतिथ्य शिक्षा को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाएंगे।

Exit mobile version