उत्तर भारतीय संघ की कार्य समिति की बैठक में सर्व सम्मति से संतोष आरएन सिंह को उत्तर भारतीय संघ का अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया। संतोष सिंह के पिता व उत्तर भारतीय संघ अध्यक्ष, भाजपा विधायक आरएन सिंह के निधन से संघ का अध्यक्ष पद रिक्त हो गया था। आरएन सिंह वर्ष 1996 से वर्ष 2022 तक लगातार लगभग 26 सालों तक संघ के अध्यक्ष रहे। आरएन सिंह के अध्यक्षीय कार्यकाल में उत्तर भारतीय संघ भवन, डिग्री कॉलेज और कैंसर पीड़ितों और तीर्थ यात्रियों के लिए गेस्ट हाऊस के निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य हुए।
उनके नेतृत्व में संघ की ओर से कोरोना काल में गरीबों को मदद और आशियाना देने के अलावा जब मुंबई और महाराष्ट्र को रक्त की कमी पड़ी तब रिकॉर्ड 1 हजार बोतल रक्त भी जमा किया गया। मुंबई में पले बढ़े और शिक्षा ग्रहण करने वाले वाले संतोष सिंह बॉम्बे इंटेलिजेंस सिक्योरिटी (इंडिया) लिमिटेड (बीआईएस) के डायरेक्टर हैं। वे पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से उत्तर भारतीय संघ के विशेष ट्रस्टी के रूप में संघ के विकास और सामाजिक कार्यों में सहयोग दे रहे थे।
51 लाख रुपए संघ को दान
बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ भवन में संघ की कार्य समिति के सभी सदस्यों ने स्व. आरएन सिंह को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर आरएन सिंह द्वारा संघ के लिए किए गए सामाजिक और शैक्षणिक कार्यों को याद किया गया। सभी ने कहा कि संघ को जो गौरव और सम्मान आरएन सिंह ने दिलाया वह भुलाया नहीं जा सकता। कार्य समिति की बैठक में कैंसर पीड़ितों और तीर्थयात्रियों के लिए बनकर तैयार गेस्ट हाऊस का नाम आरएन सिंह के नाम पर रखने का प्रस्ताव पारित किया गया। इस अवसर पर नवनियुक्त अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत ही भावुक क्षण है। पर संघ और समाज ने जो जिम्मेदारी मुझ पर सौंपी है, उसे निभाने के लिए मैं शत प्रतिशत प्रयास करूंगा। उन्होंने याद दिलाया कि संघ के अध्यक्ष और मेरे पिताजी की मौजूदगी में कार्य समिति की बैठक में फैसला लिया गया था कि गेस्ट हाऊस का नामकरण जिसके नाम भी होगा, उसे या उसके परिवार को 51 लाख रुपए का दान देना होगा। कार्य समिति के इस फैसले का सम्मान करते हुए मैं अपने पिता आरएन सिंह के नाम पर गेस्ट हाऊस का नामकरण करने के लिए संघ को 51 लाख रुपए की धनराशि देने का वचन देता हूं।
उत्तर भारतीयों का मान सम्मान बढ़ाने का रहेगा प्रयास
नवनियुक्त अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह ने कहा कि मेरे पिता और संघ अध्यक्ष आरएन सिंह हमेशा कहा करते थे कि कर्म करो और आगे बढ़ो। साथ ही यह भी कहते थे कि हमेशा समाज और गरीबों के लिए काम करो। मैं उनके अधूरे सपनों को साकार करूंगा और उनके द्वारा दिए गए वचनों को पूरा करूंगा। संघ के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों के मार्गदर्शन और सहयोग से संघ के विकास और उत्तर भारतीयों का मान सम्मान बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहूंगा। अपने गांव भरौली में भी मैंने पिता के वचनों को पूरा करने के उद्देश्य से वहां पर गरीबों के लिए एक रुपए में डायलसिस की सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए जल्द से जल्द डायलसिस सेंटर बनाने लक्ष्य रखा है। साथ ही हर साल गांव में अनाथ युवक युवतियों के सामुहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।
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