नाशिक में भाजपा ने कर दिया बड़ा खेल, उम्मीदवार ने नहीं भरा पर्चा

  बावनकुले का दावा, कई नेता भाजपा में आने को तैयार

नाशिक में भाजपा ने कर दिया बड़ा खेल, उम्मीदवार ने नहीं भरा पर्चा

भाजपा ने महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका दिया है। गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस विधायक दल के नेता बाला साहेब थोरात के भांजे और प्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सत्यजीत तांबे ने अंदरखाने भाजपा से हाथ मिला लिया है। नाशिक विधान परिषद स्नातक सीट से नामांकन के अंतिम दिन गुरुवार को सत्यजीत के पिता कांग्रेस उम्मीदवार सुधीर तांबे ने पर्चा ही नहीं भरा और सत्यजीत बतौर निर्दलिय उम्मीदवार नामांकर कर दिया है। जबकि भाजपा ने यहां अपने उम्मीदवार नहीं उतारा है। समझा जा रहा है कि भाजपा सत्यजीत को समर्थन देकर कांग्रेस में बड़ी सेंध लगाएगी। सुधीर तांबे के नामांकन न करने से यहां कांग्रेस चुनाव से बाहर हो गई है। इससे पार्टी सदमे मेें है।

इस बीच प्रदेश  भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने गुरुवार को कहा कि विपक्षी दलों के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूदा सरकार की नीतियों के कारण भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार हैं। बावनकुले औरंगाबाद में अपने सहयोगी किरण पाटिल के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिल करने के बीच संवाददाताओं से बात कर रहे थे। बावनकुले ने दावा किया, ‘‘भाजपा कई नेताओं के साथ बातचीत कर रही है। वर्तमान (एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस) सरकार की नीतियों के कारण विपक्षी दलों के कई लोग भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। कुछ नामों से राज्य के लोगों को झटका लगेगा।’’

उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान करीब 1,500 कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए क्योंकि विपक्षी दल में नेतृत्व की कमी है। प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) के गठबंधन पर प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा कि उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी को संभालने में असमर्थ हैं, इसलिए इस तरह के समझौते कर रहे हैं।


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