मुंबई। राज्य में 15 जून से शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई पर कोरोना संकट के चलते अभी भी स्कूलों पर ताले लटक रहे हैं। फिलहाल ऑनलाईन पढ़ाई की शुरुआत हुई है। राज्य की स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा है कि 15-20 दिनों में स्कूल खोलने के बारे में फैसला लिया जाएगा। गायकवाड ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता विद्यार्थियों की सेहत और सुरक्षा है। शिक्षा विभाग की ओर से अगले 15 से 20 दिनों में कोरोना की स्थिति का अध्ययन किया जाएगा। यदि परिस्थिति सामान्य हुई तो स्थानीय परिस्थिति के अनुसार स्कूलों को खोलने का फैसला लिया जाएगा। कोरोना महामारी के संकट के बीच प्रदेश में ऑनलाइन पद्धति से नए शैक्षणिक वर्ष 2021-22 की शुरुआत मंगलवार को हुई।कोरोना की तीसरी संभावित लहर और स्ट्रेन के चलते फिलहाल स्कूल नहीं खुलेंगे। कक्षा पहलीं से बाहरवीं तक के विद्यार्थियों को विभिन्न उपक्रमों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा।
नए शैक्षणिक वर्ष के पहले दिन प्रदेश की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने विद्यार्थियों से ऑनलाइन संवाद साधा। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में गायकवाड ने कहा कि कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए अभी स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा देने का फैसला लिया गया है। ऑनलाइन प्रणाली झूम, यूट्यूब, दीक्षा एप, वाट्सएप का उपयोग करके अध्ययन और अध्यापन प्रक्रिया सुचारु रखी जाएगी। इसके अलावा विद्यार्थियों को ऑफलाइन शिक्षा के लिए सह्याद्री चैनल, रेडियो और पीडीएफ के स्वरूप में किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए कम्यूनिटी लर्निंग परिकल्पना पर अमल किया जाएगा। इस साल विद्यार्थियों का लगातार मूल्यांकन होगा। गायकवाड ने कहा कि ब्रीज कोर्स के माध्यम से विद्यार्थियों को पिछले साल के अध्ययन के विषयों से अवगत कराया जाएगा। इस बीच गायकवाड ने कहा कि स्कूलों के फीस नियंत्रण के लिए नीतिगत फैसला लिया जाएगा। इसके लिए संबंधित कानून में संशोधन के लिए समिति का गठन किया गया है। लेकिन कोई भी स्कूल विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित नहीं कर सकता। गायकवाड ने कहा कि कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार करने के काम से जुड़े 13 हजार 300 शिक्षकों को मुंबई के उपनगरीय लोकल ट्रेनों में सफर की अनुमति दे दी जाएगी।
जुलाई में कक्षा दसवीं का रिजल्ट
शिक्षामंत्री ने कहा कि राज्य बोर्ड के कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम के लिए आंतरिक मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जुलाई महीने के पहले अथवा दूसरे सप्ताह में कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों का रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। इसके बाद कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश के लिए राज्य बोर्ड के जरिए सीईटी परीक्षा आयोजित की जाएगी। गायकवाड ने कहा कि राज्य बोर्ड के कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के रिजल्ट घोषित करने के लिए आंतरिक मूल्यांकन की नीति अगले कुछ दिनों में घोषित की जाएगी।