मोदी सरकार की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में बुलेट ट्रेन एक महत्वपूर्ण योजना है| महाविकास आघाडी सरकार के समय यह योजना ठप्प पड़ गयी थी, लेकिन अब राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार बुलेट ट्रेन परियोजना को एक फिर से पटरी पर ला रही है| पालघर जिले में बुलेट ट्रेन के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया अंतिम चरण में है|
शिंदे फडणवीस सरकार के सत्ता में आते ही सरकार ने बुलेट ट्रेन परियोजना को जल्द पूरा करने का ऐलान किया है| बुलेट ट्रेन परियोजना पालघर जिले के 71 गांवों से गुजर रही है, इस परियोजना के लिए जिले में 218 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। अब तक 70 प्रतिशत से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है और किसानों को भुगतान भी किया जा चुका है। एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के रूप में शपथ ली। तब से बुलेट ट्रेन परियोजना ने गति पकड़ी है।
झुकुझुकु झुकुझुकु बुलेट गाडी…
राज्यातील सत्तांतराबरोबर विकासाची बुलेट ट्रेन सुसाट वेगाने सुटली आहे.
डबल इंजिन सरकारे असली की राज्याचा विकास कसा द्रुत गतीने होतो त्याचा हा उत्तम नमुना आहे. pic.twitter.com/tQGzwBSlF3— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) July 28, 2022
इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और विधायक अतुल भातखलकर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ‘झुकझुक झुकझुक बुलेट ट्रेन अब राज्य में सत्ता हस्तांतरण के साथ ही विकास की बुलेट ट्रेन पूरी गति से शुरू हो गई है| भातखलकर ने ट्वीट किया कि यह एक अच्छा उदाहरण है कि डबल इंजन वाली सरकार होने पर राज्य कैसे तेज गति से विकसित होता है|
पालघर जिले में बड़े पैमाने पर भूमि अधिग्रहण के बाद इसके विरोध में खड़े किसान अब परियोजना के लिए अपनी जमीन देने को तैयार हैं| इन किसानों की मांग सरकार के सामने रखी गई है कि अगर हम अपनी जमीनें देते हैं तो हमें उचित मुआवजा और उचित पुनर्वास मिलना चाहिए।
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