ठाणे। शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने आरोप लगाया कि जब ईडी की कार्रवाई उनके ऊपर हो रही थी, उस वक्त शिवसेना उनके साथ नही थी इस बात का उन्हें दुःख है,सरनाईक ने कहा कि वो कहीं छुपे नहीं थे बल्कि उनका इलाज हो रहा था और उनकी पत्नी भी कैंसर से पीड़ित है, सरनाईक ने आरोप लगाया कि कंगना रनौत और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ बोलने के चलते उन्हें परेशान किया जा रहा है,शिवसेना विधायक व प्रवक्ता प्रताप सरनाइक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को 20 जून को पत्र लिखा था। उन्होंने अपने पत्र में भाजपा के साथ गठबंधन की मांग की थी, प्रताप सरनाईक ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि कांग्रेस और एनसीपी, शिवसेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं को तोड़ रही है, सरनाईक ने अपने पत्र में कहा है कि आने वाले महानगरपालिका चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन हुआ तो शिवसेना को इसका फायदा होगा।
प्रताप सरनाईक ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से और भाजपा से अगर बनती है तो उनके अलावा, अनिल परब और रविंद्र वायकर जैसे नेताओं को और उनके परिवार को केंद्रीय जांच एजेंसियों से जो परेशानियां हो रही हैं, वो भी कम हो जाएगी। सरनाईक के मुताबिक शिवसेना के कार्यकर्ताओं की भी यही भावनाएं हैं। शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ने अपने पत्र में लिखा है कि हमें आप पर और आपके नेतृत्व पर पूरा भरोसा है. लेकिन कांग्रेस और एनसीपी हमारी पार्टी को कमजोर करने की कोशिशों में लगी हुई हैं. मेरा यह विश्वास है कि आप अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीब जाएंगे और भाजपा-शिवसेना फिर एक साथ आएगी तो यह पार्टी और पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए बेहतर होगा। पत्र में प्रताप सरनाइक ने आगे लिखा है कि एनसीपी और कांग्रेस अपना मुख्यमंत्री बैठाना चाहते हैं, कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ना चाह रही है और एनसीपी शिवसेना के नेताओं को तोड़ कर अपनी पार्टी से जोड़ना चाह रही है, ऐसा लगता है कि इस काम में उन्हें केंद्र का भी समर्थन प्राप्त है, एनसीपी नेताओं के पीछे केंद्र की कोई भी एजेंसी नहीं लगी है।