मुंबई। ठाकरे सरकार द्वारा मुंबई, पुणे, कोल्हापुर समेत अन्य महानगरपालिकाओं के चुनाव टाल दिए जाने को लेकर जारी तेज चर्चाओं के मद्देनजर भाजपा विधायक एवं मुंबई प्रभारी अतुल भातखलकर ने कहा है कि यह बात सूर्य की रोशनी में दिखने जैसी स्पष्ट है कि आज की तारीख में अगर ये चुनाव हो जाएं, तो शिवसेना सहित उसके मित्र दलों का सूपड़ा साफ होना निश्चित है और इसी भय से राज्य सरकार ने उन्हें टाला है। उन्होंने सवाल दागा है कि इसके अलावा यदि कोई और वजह है, तो फिरौतीखोर ठाकरे सरकार बताए ?
डिप्टी सीएम का संकेत
ठाकरे सरकार पर हमला करते हुए अतुल भातखलकर ने ट्वीट कर बताया है कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए इस बात का संकेत दिया है। चुनाव आयोग ने कोरोनारोधी नियमों का पालन करते हुए चुनाव कराने की योजना बनाई है। हालांकि,सरकार पर ओबीसी आरक्षण का मुद्दा सुलझने तक चुनाव नहीं कराने का दबाव है। ऐसे में संकेत हैं कि आगामी मनपा चुनाव स्थगित कर दिए जाएंगे।
ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव नहीं
राज्य में पुणे, मुंबई, कोल्हापुर और अन्य स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव प्रस्तावित हैं। ये चुनाव फरवरी 2022 में होने हैं। कल की बैठक में सभी दलों ने इस बात पर सहमति जताई थी कि ओबीसी को राजनीतिक आरक्षण मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आज की बैठक में राजनीतिक आरक्षण में आ रही दिक्कतों के संबंध में सभी के सुझावों का स्वागत करते हुए इस संबंध में विभिन्न राजनीतिक दलों से विचार मांगे, तब कहा गया कि ओबीसी आरक्षण के बिना स्थानीय निकाय चुनाव नहीं होने चाहिए।