मुंबई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मंत्री पर पद पर नजर गड़ाए नाना पटोले ने अपनी ही पार्टी के मंत्री के विभाग पर आरोप लगाए हैं। बिजली कंपनी महाजेनकों को कोयला आपूर्ति को लेकर पटोले ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई को पत्र लिख कर कोयला आपूर्ति टेंडर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। ऊर्जा विभाग कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितीन राऊत के पास है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने नागपुर की रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड कंपनी को महाजेनको को कोयले की आपूर्ति और कोल वाशिंग का काम दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
पटोले ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उद्योगमंत्री सुभाष देसाई को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए कंपनी को दिया जा रहा ठेका स्थगित करने की मांग की है।पटोले ने पत्र में लिखा है कि संजय हरदवाणी द्वारा चलाई जा रही इस कंपनी के पास किसी तरह का नेटवर्थ और टर्नओवर नहीं है। यही नहीं कंपनी के पास सिक्योरिटी क्लीयरेंस और कोल वाशिंग का कोई अनुभव भी नही है। रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड ने जिस कंपनी के साथ हिस्सेदारी की है उसे नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल काली सूची में डाल चुका है। पटोले के मुताबिक रुखमाई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड किसी तरह के नियम और शर्तों पर खरी नहीं उतरती इसके बावजूद उसे काम के लिए पात्र ठहराकर इसी साल 21 मई को महाराष्ट्र राज्य खनिकर्म महामंडल मर्यादित, नागपुर द्वारा करार पत्र दे दिया गया। पटोले ने कहा कि पात्रता न होने के बावजूद कंपनी को गलत तरीके से ठेका दिया गया है। इससे आशंका है कि कंपनी समय पर कोयला उपलब्ध नहीं करा पाएगी जिसका असर महाजेनको के बिजली उत्पादन पर होगा। पटोले ने कहा कि जल्द ही कंपनी को काम के ठेके से जुड़ा आदेश दिया जा सकता है। लेकिन इस मामले में नियमों को ताक पर रखकर आर्थिक लेनदेन की आशंका है इसलिए निविदा प्रक्रिया की पूरी जांच होने तक लोगों का हित देखते हुए इस प्रक्रिया को स्थगित रखा जाए। बाद में पटोले ने कहा कि मेरी शिकायत ऊर्जा विभाग नहीं बल्कि खनिकर्म महामंडल के खिलाफ है और इस महामंडल का ऊर्जा विभाग से कोई संबंध नहीं है।