पुणे। सांप निकल जाने के बाद लाठी पीटने की इस देश मे पुरानी आदत है। महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक हताश युवक ने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहे 24 वर्षीय लड़के स्वप्निल लोनकर की आत्महत्या के बाद महाराष्ट्र सरकार जागी है। सोमवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एलान किया है कि एमपीएससी की वे सभी सीटे तुरंत भरी जाएंगी जिसके लिए परीक्षा ली गई है। लोकरे ने अपने घर पर सुसाइड कर लिया, क्योंकि इसे नौकरी नहीं मिल रही थी। विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले विधानसभा में यह मुद्दा गुंजा। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह बेहद गम्भीर मामला है। सारा कामकाज रोक कर इस पर चर्चा होनी चाहिए। इसके बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि 31 जुलाई तक एमपीएससी की सीटें भरी जाएंगी।
सुसाइड नोट में क्या लिखा
स्वप्निल लोनकर ने एमपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन उसे अभी तक नौकरी नहीं मिली थी। इस प्रक्रिया को कोविड महामारी के बीच स्थगित कर दिया गया था। लोकर ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें एमपीएससी को माया जाल बताया है। उसने लिखा है कि इसके झांसे में न पड़ो। जैसे-जैसे में बड़ा होता जा रहा हूं, बोझ बढ़ता जा रहा है। मेरा आत्मविश्वास कम हो रहा है। मुझे प्रीलिम्स परीक्षा पास किए दो साल हो चुके हैं। कर्ज बहुत हो गया है।
पिता प्रिंटिंग प्रेस के मालिक
पुलिस ने बताया कि स्वप्निल लोंकर के पिता पुणे में एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं। माता-पिता काम के सिलसिले में बाहर गए थे। वहीं बहन भी घर पर नहीं थी। दोपहर में जब वह लौटी तो भाई कहीं नहीं दिखा। वह देखने के लिए कमरे में गई। जहां स्वप्निल मृत पड़ा था। उसने तुरंत घरवालों को फोन लगाया। स्वप्निल को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।