राष्ट्रीय जांच एजेंसी बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी का कहना है कि नई दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में हिंसा भड़काने के लिए टेरर फंडिंग की जा रही थी, जिसकी जांच की जा रही है। मालूम हो कि सोमवार को मुंबई में एनआईए ने दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों के 29 ठिकानों पर छापा मारी की। एजेंसी ने बताया कि यह कार्रवाई दाऊद के छोटे भाई इक़बाल कासकर के खुलासे के बाद की गई।
एनआईए ने सोमवार को सुबह मुंबई में गोरेगांव, बांद्रा ,नागपाड़ा आदि स्थानों पर छापामारी की। वहीं, कासकर ने पूछताछ में दौड़ इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पारकर का बेटा और सलीम फ्रूट शामिल थे। एनआईए ने दावा किया कि सोमवार को की गई छापामार कार्रवाई में दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों के ठिकानों से आपत्तिजनक सामग्री और हथियार जब्त किये गए हैं।
मालूम हो सोमवार को एनआईए ने छापामार कार्रवाई के बाद सलीम फ्रूट, हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी को हिरासत में लिया था। इस दौरान एनआईए ने डी कंपनी के 29 ठिकानों पर कार्रवाई की। एनआईए के अनुसार, इस साजिश में कई लोग शामिल हैं। वहीं, टाइगर मेमन आतंकी फंड जुटाने के लिए अनधिकृत रूप से संपत्ति के अधिग्रहण शामिल है। इतना ही नहीं अंतराष्ट्रीय आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद और अलकायदा के साथ मिलकर इस कार्य को अंजाम दे रहा था।
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