ठाणे। ठाणे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में ठाणे जिला परिषद बेहद कामयाब रही है। जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसे लेकर लगातार किए प्रयास का ही नतीजा है कि ठाणे जिले के 431 में से 352 गांव कोरोना-मुक्त हो गए हैं। इन गांवों में बीते 28 दिनों के भीतर एक भी कोरोना का मरीज नहीं पाया गया है।
श्रेय सीईओ को: यह श्रेय जाता है ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. भाऊसाहेब दांगडे के नाम, जिन्होंने शुरू से ही यह प्रयास किया कि ग्रामीण हलकों में कोरोना का प्रसार चिंता का विषय न बने। इस संबंध में सतत प्रशासनिक स्तर पर काम किए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोनारोधी उपाय-योजनाओं पर ठाणे जिला परिषद की ओर से विशेष गौर की गई। इस वजह से यहां शहरी क्षेत्रों के मुकाबले कोरोना का प्रसार काफी कम रहा।
रोजाना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव: ठाणे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना 300 से 400 कोरोना संदिग्धों की जांच की जा रही है। इस जांच रिपोर्ट के पॉजिटिव आने से जिला परिषद प्रशासन उत्साहित है। जिला परिषद के शिक्षक, आशा सेविकाएं, स्वास्थ्य कर्मचारी गांवों में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का जायजा ले रहे हैं। इतना ही नहीं, यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में 3 लाख से ज्यादा लोगों का कोरोना टीकाकरण किया जा चुका है। इससे अंबरनाथ, भिरंडी, कल्याण, मुरबाड़ तथा शहापुर तहसील के 431 में से 352 गांव कोरोना-मुक्त हो गए हैं।