भंगार बेचकर पश्चिम रेलवे ने कमाए 100 करोड़

भंगार बेचकर पश्चिम रेलवे ने कमाए 100 करोड़

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मुंबई। पश्चिम रेलवे अपने सभी कार्यालयों और इकाइयों को “मिशन जीरो स्क्रैप” के तहत स्क्रैप मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पश्चिम रेलवे ने चालू वित्त वर्ष में स्क्रैप बिक्री के ज़रिये 100 करोड़ रुपये की आय की है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चुनौतीपूर्ण और कठिनतम समय के बावजूद पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष 2020-21 में न केवल स्क्रैप बिक्री के 410 करोड़ रु. के मुश्किल लक्ष्य को प्राप्त किया है, बल्कि लक्ष्य से कहीं अधिक 20% की उल्लेखनीय बढ़त को भी सुनिश्चित किया। पश्चिम रेलवे द्वारा 2020-21 में 491.04 करोड़ रुपये का स्क्रैप बेचा गया। यह भारतीय रेलवे की सभी क्षेत्रीय रेलों और उत्पादन इकाइयों में सबसे अधिक है।
सुमित ठाकुर ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में, पश्चिम रेलवे को  लगातार प्रति वर्ष लगभग 500 करोड़ रुपये के स्क्रैप की बिक्री करने में सफलता मिली है, जिसके फलस्वरूप अवरुद्ध धन के मुद्रीकरण और तदनुरूप राजस्व सृजन में उल्लेखनीय योगदान सुनिश्चित हुआ है। इसी क्रम में मिशन जीरो स्क्रैप के अपने मार्च को जारी रखते हुए, पश्चिम रेलवे चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में 30 जुलाई, 2021 तक 102.32 करोड़ रुपये के स्क्रैप की बिक्री कर 100 करोड़ रुपये का शानदार राजस्व हासिल करने वाली सभी क्षेत्रीय रेलों में पहली रेलवे बन गई है। महाप्रबंधक श्री कंसल के मार्ग निर्देशों पर बखूबी अमल करते हुए  पश्चिम रेलवे के प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक  डी के श्रीवास्तव की सतत निगरानी में पश्चिम रेलवे को  पूरी तरह से स्कैप मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके अनुपालन में चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक पश्चिम रेलवे के सभी कार्यस्थलों पर 100% स्क्रैप मुक्त स्थिति हासिल करने का निर्णय लिया गया है।
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