मुंबई। महाराष्ट्र में प्रलयंकारी बारिश से प्रभावित लोगों की मदद के लिए राज्य की ठाकरे सरकार द्वारा घोषित कथित 11,500 करोड़ रुपए की मददराशि को लेकर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के विधायक अतुल भातखलकर ने सिंहगर्जना की है कि उसके इस ऐलान में मुंबई के पीड़ितों के लिए किसी भी तरह की कोई राहत का जिक्र तक नहीं है, इस तरह राज्य सरकार ने मुंबईवासियों को एक बार फिर ठेंगा दिखाकर उन्हें उल्लू बनाने की कोशिश की है।
करोड़ों की तबाही, 40 से ज्यादा की मौत
16 से 18 जुलाई के दौरान हुई मूसलाधार बारिश के कहर में मुंबई की विविध मलिन बस्तियों, झुग्गी-झोपड़ियों के रहिवासियों सहित छोटे दुकानदारों और मध्यम वर्गीयों का करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। इस दरमियान चेंबूर और मुलुंड में 40 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। उपनगरीय इलाकों के हनुमान नगर, पोयसर, दिंडोशी, गोवंडी, निबारपाड़ा और विक्रोली क्षेत्रों में सैकड़ों आशियाने ढह गए, हजारों घरों में पानी भर गया और घरेलू सामान की बुरी तरह तबाही हुई थी।
संकट के इस दौर में भी खेली वोट की राजनीति
भातखलकर का कहना है, ‘ मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर राज्य के बाढ़पीड़ितों को तत्काल मदद दिए जाने के साथ ही मुंबई के प्रभावितों के लिए भी राहत प्रदान करने की मांग की थी। लेकिन ठाकरे सरकार,ने इन कठिन हालात में भी महज वोट की राजनीति करते हुए विनाशकारी बारिश के कहर से करोड़ों रुपए की बर्बादी झेल रहे मुंबईवासियों के दर्द की कोई खोज-खबर नहीं ली, उन्हें सिरे से दरकिनार कर दिया, यह बहुत ही दुखदाई है। मुंबई भाजपा ने ठाकरे सरकार के इस बेहद अफसोसजनक रवैए का कड़े शब्दों में विरोध करते हुए जल्द ही इसके खिलाफ उग्र किए जाने की चेतावनी दी है।