CBI के साथ अब ED ने बढ़ाई पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबत

CBI के साथ अब ED ने बढ़ाई पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबत

मुंबई। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख द्वारा 100 करोड़ वसूली मामले की जांच जहां एक तरफ सीबीआई कर रही है तो वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने भी देशमुख परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, ईडी ने पीएमएलए के तहत अनिल देशमुख और उनके परिवार की 4 करोड़ 20 लाख रुपये की संपत्ति को अटैच कर दिया है, ये संपत्ति अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख और उनकी कंपनी प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है,ईडी द्वारा अटैच की गई संपत्ति में एक फ्लैट है, जिसकी कीमत 1 करोड़ 54 लाख रुपये है।

ये फ्लैट वर्ली इलाके में है जहां अनिल देशमुख रहते हैं। इसके अलावा 25 लैंड पार्सल है जिसकी कीमत 2 करोड़ 67 लाख रुपये है जो कि महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के उरण में स्थित है, ईडी की जांच में पता चला है कि अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री के तौर पर मुंबई पुलिस के तत्कालीन सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे के माध्यम से विभिन्न ऑर्केस्ट्रा बार मालिकों से लगभग करीब 4 करोड़ 70 लाख रुपये कैश रिश्वत के रूप में लिए थे, ताकि वो अपना व्यापार आसानी से कर सके।

इन रुपयों को अनिल देशमुख ने अपने बेटे हृषिकेश के जरिये दिल्ली स्थित डमी कंपनियों की मदद से, 4 करोड़ 18 लाख रुपये को लॉन्ड्र किया और इसे श्री साईं शिक्षण संस्था में चेक की जरिए लिया, संस्था को देशमुख परिवार ही चलता है,जांच में ये भी पता चला कि वर्ली स्थित जिस फ्लैट का रजिस्ट्रेशन अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख के नाम पर है उसका पूरा भुगतान 2004 में कैश के माध्यम से किया गया था. हालांकि, इसके रजिस्ट्रेशन का काम फरवरी 2020 में किया गया जब अनिल देशमुख महाराष्ट्र के गृह मंत्री थे। देशमुख परिवार का मेसर्स प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड में 50 फीसदी मालिकाना हक है,इस कंपनी की संपत्ति लगभग 5 करोड़ 34 लाख है जिसके लिए देशमुख परिवार की तरफ से केवल 17 लाख 95 हज़ार लाख रुपये का भुगतान किया गया है।

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