आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने अपना निर्णय स्पष्ट किया है| ‘आप’ की ओर से कहा गया कि ‘इंडिया’ एलायंस के साथ सिर्फ लोकसभा चुनाव तक गठबंधन किया गया था| वही दूसरी ओर महाराष्ट्र में होने वाले विधान परिषद शिक्षक और स्नातक कोटे के चुनाव को लेकर ‘इंडिया’ एलायंस और ‘यूबीटी’ गट की शिवसेना और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर स्पष्ट रूप तलवारें खींचती दिखाई रही है|
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विजय रथ को रोकने के लिए ‘इंडिया’ एलायंस के तमाम घटक दल साथ मिलकर चुनाव लड़ा,लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन पीएम मोदी को सत्ता की हैट्रिक लगाने से नहीं रोक पाएं| लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को ‘इंडिया’ गठबंधन ने कड़ा मुकाबला हुआ था,नतीजे आने और मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही विपक्षी एकता बिखरने लगी है| इसी क्रम में दिल्ली-हरियाणा आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और ‘आप’ के बीच राजनीतिक जंग शुरू हो गयी है, वही महाराष्ट्र में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के बीच भी अनबन की सुगबुहाट शुरू हो गई है|
बता दें कि ‘आप’ ने दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर दी है तो कांग्रेस ने भी हरियाणा में बिना एलायंस के चुनावी मैदान में उतरने की बात कही है| इसके बाद से ‘आप’ और कांग्रेस की रास्ते अब एक दूसरे से अलग होते दिखाई दे रहे हैं| कांग्रेस ने पंजाब छोड़कर दिल्ली, हरियाणा, असम और गुजरात सहित बाकी राज्यों में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था| हरियाणा में कांग्रेस ने पांच सीटें जीतीं,लेकिन ‘आप’ को करारी हार का सामना करना पड़ा| दिल्ली में ‘इंडिया’ एलायंस का खाता भी नहीं खुल पाया| इस हार ठीकरा आम आदमी पार्टी ने सीधे कांग्रेस पर फोड़ा है|
गौरतलब है कि हरियाणा में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाला है| हरियाणा में जीत के साथ कांग्रेस के हौसले बुलंद है उसने यहां से 5 सीटें जीती है| आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर कांग्रेस की ओर से पूरा समर्थन नहीं दिया गया| नतीजन ‘आप’ को वह सीट गवानी पड़ी| हरियाणा कांग्रेस नेता ने आम आदमी पार्टी को लेकर कहा कि हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था, न कि विधानसभा के लिए|
राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ओर से आज ये स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव वह अकेले लड़ेगी| पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा| अब लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद आज ‘आप’ ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया|
लोकसभा चुनाव खत्म होते ही दिल्ली, हरियाणा के अब महाराष्ट्र में ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों में दरारे पड़ती दिखाई दे रही है| विधान परिषद शिक्षक और स्नातक कोटे के चुनाव को लेकर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के बीच खींचतान शुरू हो गई है|
राज्य की चार सीटों पर हो रहे एमएलसी चुनाव में उद्धव की शिवसेना ने बिना चर्चा के ही चारों सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं| इसके बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि विधान परिषद चुनाव को लेकर उद्धव ने कोई चर्चा नहीं की| वही दूसरी ओर (यूबीटी) उद्धव ठाकरे की ओर से चार सीटों पर शिवसेना ने उम्मीदवार की घोषणा की है| इस बीच न ही एक दूसरे से चर्चा की गयी और न ही संपर्क साधा गया|
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