विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधायक अयोग्यता मामले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समूह के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नतीजों का स्वागत करते हुए भाई-भतीजावाद और तानाशाही के लिए उबाठा समूह की आलोचना की| इस आलोचना का जवाब देते हुए संजय राऊत ने शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे पर निशाना साधा है| क्या श्रीकांत शिंदे आपका बेटा नहीं है? संजय राउत ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सवाल का जवाब दिया| इसके बाद ठाणे में शिंदे गुट के नेता नरेश म्हस्के ने भी सनसनीखेज आरोप लगाया है|म्हस्के ने दावा किया कि हालांकि ठाकरे समूह के नेता नतीजों को लेकर भाजपा की आलोचना कर रहे हैं, लेकिन वे गुप्त रूप से भाजपा सुप्रीमो से मिलने की कोशिश कर रहे हैं।
नरेश म्हस्के ने ठाणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आदित्य ठाकरे की आलोचना की| उन्होंने कहा, ”शिल्लक सेना के नेता युद्ध में उतर गये हैं| उनके द्वारा कोई भी आरोप लगाया जा रहा है| कल के फैसले के बाद यह आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा ने शिवसेना को खत्म करने की सुपारी ली है| यह बेबुनियाद आरोप है कि यह नतीजा उनकी स्क्रिप्ट के मुताबिक दिल्ली से आया है| लेकिन मुझे यकीन है|
नए साल की शुभकामनाओं के मौके पर आदित्य ठाकरे ने भाजपा के शीर्ष नेता से मिलने का समय मांगा है| उन नेताओं ने अभी तक समय नहीं दिया है| इससे यह स्पष्ट है कि वे दोहरे चरित्र वाले हैं। एक तरफ भाजपा की आलोचना करना और दूसरी तरफ नए साल की शुभकामनाएं देने के मौके पर भाजपा नेता से आदित्य ठाकरे का समय मांगना, ये व्यवहार दोमुंहे सांप की तरह चल रहा है| नरेश म्हस्के ने आरोप लगाया कि ठाकरे एक तरफ महाविकास अघाड़ी को लटकाए रखने और दूसरी तरफ भाजपा नेताओं के साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं।
श्रीकांत शिंदे की उपलब्धियों पर बोले सांसद संजय राउत ने वंशवाद की आलोचना करने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे की आलोचना की| नरेश म्हस्के ने जवाब देते हुए कहा, ”सांसद श्रीकांत शिंदे अपने लोकसभा क्षेत्र में लगन और मेहनत से काम कर रहे हैं| उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में कई काम किये हैं. एक सांसद कैसा होना चाहिए? इसका सटीक उदाहरण हैं सांसद श्रीकांत शिंदे। उन्हें हाल ही में संसदरत्न पुरस्कार भी मिला है। संजय राऊत के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह इस स्तर पर उतर आये हैं|
संजय राऊत ने क्या कहा?: एकनाथ शिंदे कह रहे हैं कि वंशवाद खत्म हो गया है| तो क्या श्रीकांत शिंदे आपका बेटा नहीं है? उन्होंने पद देते समय यह कहकर पद ले लिया कि यह मेरा बेटा है, इसे पद दे दीजिए। संजय राऊत ने जवाब दिया कि वंशवाद पर बात करने से पहले आपको श्रीकांत शिंदे के बारे में बात करनी चाहिए| “बालासाहेब ठाकरे, शरद पवार का कभी वंशवादी शासन नहीं था। उस परिवार के लोग विचार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए आगे आते हैं।
यदि लोग उन्हें स्वीकार करना चाहते हैं, तो वे उन्हें स्वीकार करते हैं, अन्यथा वे उन्हें किनारे कर देते हैं। डॉ.बाबा साहब अंबेडकर के घर में कोई वंशवाद नहीं है| संजय राउत ने यह भी कहा कि बाबा साहब के विचारों को लोग तभी स्वीकार करेंगे जब उनके परिवार के लोग उन्हें आगे बढ़ाएंगे|
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