मुंबई मनपा आयुक्त ने स्थायी समिति में बजट पेश करते हुए इस वर्ष संपत्ति कर में किसी तरह की बढ़ोतरी का जिक्र नहीं किया था। हालांकि, उन्होंने अब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि इस वर्ष प्रॉपर्टी टैक्स में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। मनपा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गट नेता प्रभाकर शिंदे ने सत्तारूढ़ शिवसेना और बीएमसी आयुक्त पर आम मुंबईवासियों को धोखा देने और उनकी पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मनपा आयुक्त के इस व्यवहार से कानून, परंपरा और लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन होता है और शिवसेना ने आम मुंबईकरों के साथ बड़ा धोखा किया है। वे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक जनता उन्हें चुनाव में जवाब नहीं दे देती। इस मौके पर भाजपा विधायक राजहंस सिंह ने चेतावनी दी कि मनपा आयुक्त के मनमाने व्यवहार का कड़ा विरोध किया जाएगा। प्रेस कांफ्रेंस में स्थायी समिति सदस्य, पार्टी नेता विनोद मिश्रा भी उपस्थित थे।
चार्टर अधिकारियों का इरादा कानून की रक्षा करना है। मनपा आयुक्त से स्वयं नगरपालिका प्रणाली को सुरक्षित रूप से चलाने की अपेक्षा की जाती है,लेकिन वे राजनीतिक भूमिका निभा रहे हैं और मुंबईकरों को धोखा दे रहे हैं। शिंदे ने चेतावनी दी कि भाजपा मुंबईकरों पर लगाए गए कर को बर्दाश्त नहीं करेगी। कमिश्नर का कहना है कि 90,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पूरे होंगे, जबकि मनपा के पास 17 हजार 442 करोड़ का ही प्रावधान है। आरक्षित निधि और कर्ज के साथ परियोजना को कैसे पूरा करें?
भाजपा नेता ने सवाल किया कि शिवसेना के नेतृत्व वाली राज्य सरकार बीएमसी का का 6,768.16 करोड़ रुपये का मनपा को कब देगी? मुंबईकरों को 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने के सपने का क्या हुआ? हर साल वाटर टैक्स में 8प्रतिशत की बढ़ोतरी क्यों? स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे शिव आरोग्य योजना बहुत पुरानी है और इस योजना में 139 स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त देने की घोषणा की गई थी, आगे क्या हुआ? यह कहते हुए विधायक राजहंस सिंह ने शिवसेना की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कचरा निस्तारण के नाम पर भी मुंबईकरों से टैक्स वसूलने की योजना है।
यह भी पढ़े-