ट्रम्प और जेलेंस्की की नोंकझोंक के बाद दुनियाभर के देशों से आए बयान; रूस ने कहा चमत्कार ही कि ट्रम्प ने हमला नहीं किया!

ट्रम्प और जेलेंस्की की नोंकझोंक के बाद दुनियाभर के देशों से आए बयान; रूस ने कहा चमत्कार ही कि ट्रम्प ने हमला नहीं किया!

After the spat between Trump and Zelensky, statements came from countries around the world; Russia said it was a miracle that Trump did not attack!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडीमिर जेलेंस्की की तीखे नोंकझोंक को देखकर दुनिया स्तब्ध है। हालांकि इतिहास में कभी भी दो देशों के शीर्ष नेताओं को मीडिया के सामने इस तरह झपटते नहीं देखा गया है, साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ट्रम्प और अमेरिका के अपमान पर माफ़ी न मांगने की बात की है। दरम्यान इस तकरार पर अनेकों देशों के साथ ही रूस से भी बयान आया है।

इसी मीटिंग के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने तीन साल के युद्ध में अमेरिकी मदद के लिए “आभारी” न होने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने कहा, “अभी आपके पास कोई विकल्प नहीं है।” “या तो आप समझौता करेंगे या फिर हम बाहर हो जाएंगे, और अगर हम बाहर हो गए, तो आप लड़ेंगे और मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा होने वाला है।” इस विवाद के बाद अमेरिका और यूक्रेन के बीच लंच और दुर्लभ खनिजों के व्यवहारों की महत्वपूर्ण बैठक रद्द की गई और जेलेंस्की को खाली हाथ लौटना पड़ा।

एक तरफ दुनिया की नजरें आने वाले रूस-यूक्रेन युद्ध के मोड़ पर टिकी है, तो दूसरी तरफ युद्ध में अमेरिका का रुख देखकर अनेकों देशों ने मुद्दे पर अपनी स्थिती को बताना शुरू किया है। कनाडा के पंतप्रधान जस्टिन ट्रुडो ने एक्स अकाउंट से यूक्रेन के साथ सहमति दिखाई है, उन्होंने एक्स से लिखा, “रूस ने अवैध रूप से और अनुचित तरीके से यूक्रेन पर आक्रमण किया। पिछले तीन वर्षों से यूक्रेन के लोग साहस और दृढ़ता के साथ लड़ रहे हैं। लोकतंत्र, स्वतंत्रता और संप्रभुता के लिए उनकी लड़ाई एक ऐसी लड़ाई है जो हम सभी के लिए मायने रखती है। कनाडा न्यायपूर्ण और स्थायी शांति प्राप्त करने में यूक्रेन और यूक्रेन के लोगों के साथ खड़ा रहेगा।”

रूस के पूर्व राष्ट्रपति और रूसी सुरक्षा परिषद के उपप्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर लिखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन को “कड़ा झटका” दिया है। मेदवेदेव ने कहा की, “पहली बार ट्रम्प ने कोकेन के जोकर को उसके मुंह पर सच बताया: कीव शासन तीसरे विश्व युद्ध के साथ खेल रहा है। और कृतघ्न सुअर को सुअरशाला के मालिकों से जोरदार थप्पड़ मिला है। यह उपयोगी है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है – हमें नाजी मशीन को सैन्य सहायता बंद करनी होगी।” साथ ही रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि यह चमत्कार ही था कि ट्रम्प और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ज़ेलेंस्की पर हमला करने से खुद को रोका। उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, “मुझे लगता है कि ज़ेलेंस्की का सबसे बड़ा झूठ व्हाइट हाउस में उनका यह दावा था कि 2022 में कीव शासन अकेला होगा, बिना किसी समर्थन के।”

दौरान हंगरी के रूस समर्थक प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने कहा कि ट्रम्प “बहादुरी से शांति के पक्ष में खड़े हैं। भले ही कई लोगों के लिए इसे पचाना मुश्किल हो।” ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी व्हाइट हाउस में हुई गहमागहमी से भरी बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की दोनों से बात की। स्टारमर के कार्यालय की एक प्रवक्ता ने बताया है की, “प्रधानमंत्री ने आज रात राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की दोनों से बात की है। यूक्रेन के लिए उनका अटूट समर्थन बना हुआ है और वे यूक्रेन के लिए संप्रभुता और सुरक्षा पर आधारित स्थायी शांति के लिए आगे का रास्ता खोजने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”

वहीं आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने कहा कि उनका देश जब तक आवश्यक होगा, तब तक यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने सिडनी में संवाददाताओं से कहा, “यूक्रेन के लोग न केवल अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए लड़ रहे हैं, बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून के शासन के लिए भी लड़ रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हम यूक्रेन के साथ तब तक खड़े रहेंगे जब तक ऐसा करना आवश्यक होगा, क्योंकि यह एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाम व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व वाली एक सत्तावादी सरकार का संघर्ष है, जिसकी स्पष्ट रूप से न केवल यूक्रेन बल्कि पूरे क्षेत्र पर साम्राज्यवादी मंशा है।”

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आपकी गरिमा यूक्रेनी लोगों की बहादुरी का सम्मान करती है। मजबूत बनो, बहादुर बनो, निडर बनो। आप कभी अकेले नहीं हैं, प्रिय राष्ट्रपति @ZelenskyyUa। हम न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए आपके साथ काम करना जारी रखेंगे।”

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि एक हमलावर है: रूस, एक पीड़ित है: यूक्रेन। हमने तीन साल पहले यूक्रेन की मदद करके और रूस पर प्रतिबंध लगाकर सही किया था और ऐसा करते रहना चाहिए। “हम” से मेरा तात्पर्य अमेरिकी, यूरोपीय, कनाडाई, जापानी और कई अन्य लोगों से है। उन सभी का धन्यवाद जिन्होंने मदद की और ऐसा करना जारी रखा। और उन लोगों का सम्मान जो शुरू से ही लड़ रहे हैं – क्योंकि वे अपनी गरिमा, अपनी स्वतंत्रता, अपने बच्चों और यूरोप की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं।

इटली की प्रधानमंत्री और डोनाल्ड ट्रम्प की करीबी नेता कही जाने वाली जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि वह कूटनीति को पुनः पटरी पर लाने के लिए यूरोपीय संघ-अमेरिका शिखर सम्मेलन का आह्वान करेंगी। उन्होंने बयान देते हुए कहा, “इस बात की आवश्यकता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय राज्यों और सहयोगियों के बीच एक तत्काल शिखर सम्मेलन हो, जिसमें इस बारे में खुलकर बात की जाए कि हम आज की बड़ी चुनौतियों से कैसे निपटना चाहते हैं, जिसकी शुरुआत यूक्रेन से हो, जिसका हमने हाल के वर्षों में मिलकर बचाव किया है।”

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एस्टोनिया की प्रधानमंत्री क्रिस्टन मिशल ने कहा कि उनका देश हमेशा स्वतंत्रता की लड़ाई में ज़ेलेंस्की और यूक्रेन के साथ एकजुट है। क्योंकि यह सही है, आसान नहीं है।

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